मांगें मानी नहीं गई तो आंदोलन होगा उग्र, प्रशासन ने सुनाया अपना फरमान
sikshamitra
शाहजहांपुर। समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्रों का पूरे प्रदेश में आंदोलन चल रहा है। उनकी मांग है कि उन्हें फिर से सहायक अध्यापक के पद पर बहाल किया जाए। अपने अपने तरीके से इनका आंदोलन चल रहा है। रविवार को जिले में शिक्षामित्रों ने आंदोलन जारी रखा। उनका कहना है कि या तो उन्हें नौकरी मिले या तो फांसी दोनों मंजूर है लेकिन अपमान नहीं। आंदोलित नेताओं ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो आंदोलन उग्र होगा।
आश्वासन से चल रहा काम
आंदोलित शिक्षामित्रों के नेता रत्नाकर दीक्षित ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के आश्वासन पर हम लोग अभी टिके हुए है। कुछ अच्छा होने की उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट ने बहुत कुछ प्रदेश सरकार के हाथ में छोड़ दिया है।
कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा
अपर जिलाधिकारी प्रशासन जितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार शासन के आदेश पर अब जिला प्रशासन को खुली छूट मिली है। हालाँकि शाहजहांपुर में शिक्षामित्र अपना आंदोलन शांति से चला रहे हैं। शाहजहांपुर जिला प्रशासन ने शिक्षामित्रों से निपटने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली है। अगर शिक्षामित्र किसी भी तरीके से कानून को हाथ में लेने की कोशिश करेंगे तो उनके साथ प्रशासन बेहद सख्ती से पेश आएगा। जिसके लिए फायर टेंडर ,पीएसी ,पुलिस बड़ी तादात में तैयार कर ली गयी है।