गौरतलब है कि बीजेपी नेता चिन्मयानंद पर अपने ही कॉलेज की लॉ स्टूडेंट से दुष्कर्म करने का आरोप है। कुछ समय पहले छात्रा ने फेसबुक लाइव करके चिन्मयानंद पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से एसआईटी मामले की जांच कर रही थी। इसको लेकर छात्रा के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं छात्रा ने चिन्मयानंद के खिलाफ सबूत भी एसआईटी को सौंप दिए हैं। इसके बावजूद अभी तक चिन्मयानंद के खिलाफ न तो एफआईआर दर्ज हुई थी और न ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी। इस बात से नाराज होकर ही छात्रा ने आत्महत्या की धमकी दी थी।
छात्रा की धमकी के बाद से लगातार चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के लिए आवाज उठ रही थीं। विपक्ष ने भी सरकार पर चिन्मयानंद को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। गुरुवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि, बलात्कार मामले में भाजपा सरकार और पुलिस की लापरवाही व आरोपी को सरंक्षण दिए जाने का हश्र सबके सामने है। अब भाजपा सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस शाहजहांपुर मामले में वही दोहरा रही है। पीड़िता भय में है। लेकिन भाजपा सरकार पता नहीं किस चीज का इंतजार कर रही है। हालांकि चिन्मयानंद और उनके समर्थक लगातार कह रहे थे कि वे निर्दोष हैं और उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।