एसआईटी ने इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सात सितंबर से शुरू की थी। जांच के दौरान एसआईटी ने स्वामी चिन्मयानंद, छात्रा और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था जहाँ से सभी पाँचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया था ये सभी आज भी जेल में बंद है। इस मामले में एसआईटी हाईकोर्ट में दो स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है। अब एसआईटी को 28 नवंबर को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट देनी है।
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब चिन्मयानन्द के कॉलेज में पढ़ने वाली लॉ की छात्रा ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया था। वीडियो वायरल होने के बाद छात्रा गायब हो गई थी जिसे पुलिस ने राजस्थान के दौसा से बरामद किया था। इस बीच स्वामी चिन्मयानन्द के फोन पर वाट्सएप पर मैसेज भेज पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में छात्रा और उसके तीन साथियों को आरोपी बनाया गया था।