इस मामले में एसआईटी ज्यादातर लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। वीडियो क्लिपिंग और कब्जे में लिए गए मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाल कर कब किससे बात हुई इसकी भी पड़ताल की जा रही है। इसके आलावा दर्ज बयानों का मिलान कर कड़ी से कड़ी जोड़ कर केस डायरी तैयार की जा रही है। एसआईटी की कोशिश है कि वह सभी साक्ष्यों के साथ 23 सितंबर को हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल कर सके।
इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है और एसआईटी जांच के बीच ही छात्रा ने स्वामी चिन्मयानन्द पर रेप का आरोप लगाया और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। इस बीच कोर्ट में छात्रा के 164 के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं। छात्रा का कहना कि उसके बयान दर्ज होने के बाद भी चिन्मयानन्द को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। चिन्मयानन्द की गिरफ्तारी न होने से निराश छात्रा अपने परिजनों के साथ प्रयागराज गई है जहाँ पर वकीलों से राय ली जा रही है।