शाहजहांपुर जिला चिकित्सालय को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए पांच करोड़ रुपये का प्रावधान योगी सरकार के बजट में किया गया है। आशा की जा रही है कि इससे जिला अस्पताल के दिन बहुर जाएंगे। मेडिकल कॉलेज जैसी सुविधाएं मिलने लगेंगी। अधिक स्टाफ होगा।
वैसे तो शाहजहांपुर जिला चिकित्सालय कुव्यवस्थाओं के लिए खासा बदनाम है। यहां मरीजों को पीटा जाता है। चतुर्थ श्रेणी स्टाफ काम करता है। मरीजों को भगा दिया जाता है। मई, 2019 में थाना सदर बाजार के ईदगाह मोहल्ला निवासी शकील के बेटे की जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। ट्रॉमा सेन्टर में एम्बुलेंस देने की गुहार लगाई। साफ मना कर दिया। जब शकील ने अधिक जोर डाला तो से ट्रॉमा सेन्टर से बाहर कर दिया था। फिर शहजाद नामक व्यक्ति ने चंदा करके 1500 रुपये एकत्रित कर शकील को दिए। इसके बाद वर ऑटो करके बेटे की लाश को घर ले गया। शकील मजदूरी करके परिवार पाल रहा है।