scriptनिकाय चुनाव 2017: जंगलों में चल रहीं तमंचा फैक्ट्री, ऑर्डर पर बन रहे तमंचे | UP nikay chunav Shahjahanpur police recoverd illegal arms factory | Patrika News

निकाय चुनाव 2017: जंगलों में चल रहीं तमंचा फैक्ट्री, ऑर्डर पर बन रहे तमंचे

locationशाहजहांपुरPublished: Nov 03, 2017 10:28:42 am

Submitted by:

suchita mishra

पुलिस ने तमंचा और कारतूस बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

Nikay Chunav 2017

Nikay Chunav 2017

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में कुछ भी हो सकता है। अवैध हथियारों के बल पर बूथ लूटे जा सकते हैं। विरोधियों को धमकाया जा सकता है। इसी के लिए तमंचे बनाए जा रहे थे। इसके लिए पूरा कारखाना खोल रखा था। पुलिस ने फैक्ट्री पकड़ ली है। खास बात यह है कि फैक्ट्री में ऑर्डर पर तमंचे बनाए जा रहे थे।
खाली कारतूसों की रिफिलिंग भी करते थे
पुलिस ने मौके से भारी संख्या में बने और अधबने तमन्चे, और शस्त्र बनाने वाले उपकरण भी बरामद किए हैं। पुलिस ने तमन्चा तैयार करने वाले दो कारीगर को भी गिरफतार किया है। बताया जा रहा है कि ये तमन्चा फैक्ट्री चुनाव में तमन्चों की मांग को लेकर जंगलों में चलाई जा रही थी। खास बात ये है कि ये कारीगर कारतूस को रिफिल करने में भी माहिर है। फिल्हाल पुलिस इसे एक बड़ी सफलता मान रही है।
अवैध शस्त्र और उपकरण बरामद
सिंधौली थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बिझाड़ा हुसैनपुर में अवैध तमन्चा फैक्ट्री चल रही है। वहां बड़ी तादाद में तमन्चे और खाली कारतूसों की रिफिलिंग की जा रही है। इसी सूचना पर पुलिस ने घेराबन्दी करके छापामारी की। पुलिस ने मौके से ही लगभग एक दर्जन बने और कई अधबने तमन्चे, दो देशी बन्दूकें और तमन्चा तैयार करने वाले उपकरण बरामद किए हैं।
तमंचों का मांग तेज

पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वो बेहद चौंकाने वाला थे। कारीगर की मानें तो पिछले पांच सालों में उसने सैकड़ों तमन्चे बनाकर बेचे है। ये कारीगर खासतौर पर अपराधियों से मिले ऑर्डर पर तमन्चे तैयार करते थे और अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर थे। चूंकि चुनाव का वक्त नजदीक है, जिसके चलते तमन्चों की डिमाण्ड तेज हो जाती है। बताया जा रहा है कि तैयार किये गये तमन्चों को 1500 से 3 हजार रुपये तक में बेचा जाता था।
बड़ी कामयाबी मान रही पुलिस
आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन तमन्चों को चुनाव में गड़बड़ी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। समय रहते कारीगर पुलिस के हत्थे चढ़ गये। आपको बता दे कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से पुलिस छापामारी की कार्यवाही में लगी है। फिलहाल इसे पुलिस एक बड़ी कामयाबी मान रही है। खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जा रहा है। पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े दूसरे लोगों की तलाश में जुट गई है। सीओ पुवायां मंगल सिंह रावत ने बताया कि निकाय चुनाव के चलते अभियान अधिक रुचि के साथ चलाए जा रहे हैं। पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो