नवीन कॉलेज में करीब 5 साल पहले स्थाई ग्रंथपाल के पद पर अनिल माथुर पदस्थ थे। इसके बाद उनका स्थानांतरण यहां से कालापीपल के शासकीय कॉलेज में हो गया। ऐसे में नवीन कॉलेज में कोई स्थाई ग्रंथपाल नहीं आया। इसके कारण पूर्व ग्रंथपाल माथुर किसी को चार्ज नहीं दे पाए। ऐसे में ग्रंथालय पर ताला ही लगा रहा। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कॉलेज प्रबंधन ने दूसरी लाइब्रेयरी को तैयार किया और शासन स्तर से प्राप्त होने वाली नई किताबों को रखा गया। हालांकि पुरानी लाइब्रेयरी के चार्ज की प्रक्रिया के लिए अनेकों बार प्रयास हुए, लेकिन बात स्थाई गं्रथपाल के नहीं होने पर आकर अटक जाती थी। अब जबकि नवीन कॉलेज में स्थाई ग्रंथपाल की नियुक्ति हो गई है तो पुरानी लाइब्रेयरी का चार्ज देने के लि नवीन कॉलेज की ओर से पूर्व ग्रंथपाल माथुर को पत्र जारी करके बुलवाया गया। पत्र जारी होने के बाद 10 दिन का समय लेकर माथुर यहां पहुंचकर नए नियुक्ति ग्रंथपाल नहव आलम अंसारी को चार्ज देने का कार्य कर रहे है।
45 हजार किताबों का होना है चार्ज
जानकारी के अनुसार नवीन कॉलेज की लाइब्रेयरी में करीब 45 हजार से ज्यादा किताबें पांच साल तक ताले में बंद पड़ी हुई थी। चार्ज की प्रक्रिया में प्रत्येक किताब का चार्ज दिया जाना है। जिनकी इंट्री भी होना है। ऐसे में 10 दिन के लिए यहां पहुंचे पूर्व ग्रंथपाल माथुर द्वारा 8 दिन में 4500 किताबों का चार्ज बुधवार तक अंसारी को सौंप दिया गया। शेष किताबों के चार्ज की प्रक्रिया भी पूरी होना है, लेकिन समय केवल दो दिन का बचा हुआ है। ऐसे में महाविद्यालय प्रबंधन को पूर्व ग्रंथपाल माथुर को दोबारा चार्ज देने के लिए यहां पर बुलवाना होगा।
करीब 3 माह का समय लग सकता है चार्ज देने में
पांच साल से बंद पड़ी लाइब्रेयरी की प्रत्येक किताब का चार्ज देने में करीब 3 माह का समय लग सकता है। क्योंकि लाइब्रेयरी में करीब 105 अलमारी और 45 हजार किताबें हैं। इसमें से 8 दिन में 10 प्रतिशत किताबों का चार्ज हुआ है। इस मान से सभी किताबों का पूरा चार्ज होने में करीब 3 माह का समय लग सकता है। ऐसे में महाविद्यालय प्रबंधन को सभी किताबों का पूरा चार्ज लेने के लिए पूर्व ग्रंथपाल को 3 माह के लिए यहां पर बुलवाना होगा।
इनका कहना है
पुरानी लाइब्रेयरी के चार्ज की प्रक्रिया चल रही है। 10 दिन के लिए पूर्व ग्रंथपाल को यहां पर बुलवाया गया था। यह समय सीमा 14 फरवरी को पूरी हो जाएगी। इसके बाद उन्हें रिलिव किया जाएगा। शेष किताबों के चार्ज के लिए दोबारा पूर्व ग्रंथपाल को बुलवाया जाएगा।
– डॉ. आरकेएस राठौर, प्रभारी प्राचार्य, नवीन कॉलेज-शाजापुर