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प्रशासन ने नहीं सुनी, इस मांग को लेकर सड़क पर उतरे ग्रामीण

locationशाजापुरPublished: May 16, 2019 12:44:33 am

Submitted by:

rishi jaiswal

ग्राम पीरखेड़ी का मामला, ग्रामीणों ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर रखी सड़क निर्माण की मांग

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शाजापुर. बार-बार सड़क की मांग करने के बाद भी जब किसी ने नहीं सुना तो ग्राम पीरखेड़ी के ग्रामीणों ने 13 मई को गांव में प्रदर्शन करते हुए उनकी सुनवाई के लिए दो दिन का समय दिया था, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी किसी ने गांव पहुंचकर उनकी बात नहीं सुनी। इस स्थिति में अपनी चेतावनी के अनुसार ग्रामीण बुधवार दोपहर गांव से निकलकर चक्काजाम करने के लिए हाइवे पर पहुंचे, लेकिन यहां पर सुनेरा पुलिस पहले से ही तैनात थी। इस कारण पुलिस ने ग्रामीणों को चक्काजाम करने से रोक दिया। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाइश दी। इस पर ग्रामीणों ने अपनी मांग को लेकर ज्ञापन पुलिस को सौंपा और अपने प्रदर्शन को विराम दे दिया।
पीरखेड़ी के ग्रामीणों ने बताया कि जब हाइवे का निर्माण हो रहा था तो उन्होंने निर्माण ठेकेदार से मांग की थी कि उनके गांव से हाइवे तक पहुंचने के लिए सर्विस रोड बनवाया जाए। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर से लेकर अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को भी ज्ञापन सांैपा था। हर बार सौंपे गए ज्ञापन और आवेदन में ग्रामीणों ने बताया था कि उनके गांव से हाइवे तक आने के लिए सड़क नहीं है। लोगों को ऊंचाई चढ़कर सड़क पर आना पड़ता है। इससे खासी परेशानी होती है। मरीजों, महिलाओं, वृद्धों को तो यहां से निकालना सबसे बड़ी मुसीबत है। इसके चलते गांव से हाइवे तक सर्विस रोड का निर्माण किया जाए, ताकि ग्रामीणों को सुगम यातायात का लाभ मिल सके। ग्रामीणों की इस मांग पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा ये हुआ कि ग्रामीण आज भी परेशानी भोगने को मजबूर हैं।
जो लोग ऊंचाई पर चढ़कर हाइवे तक पहुंच जाए तो ठीक, लेकिन जो नहीं चढ़ सकते उन्हें काफी लंबी दूरी तय करना पड़ रही है। इसी समस्या को लेकर 13 मई को गांव के महिलाओं सहित ग्रामीणजनों ने हाथ में तख्तियां लेकर गांव में विरोध प्रदर्शन किया था। साथ ही रोड नहीं बनने पर लोकसभा निर्वाचन के बहिष्कार की बात कही थी। इस दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी दी थी कि दो दिन में उनकी बात कोई सुनने नहीं पहुंचा तो वे हाइवे को जाम करेंगे।
पुलिस की समझाइश के बाद माने
दोपहर को हाथों में तख्तियां लेकर ग्रामीण जैसे ही हाइवे पर पहुंचे तो यहां पर सुनेरा पुलिस पहले से ही मौजूद थी। ग्रामीणों को चक्काजाम करने जाते हुए देख पुलिस ने सभी ग्रामीणों को हाइवे के किनारे पर ही रोक लिया। सुनेरा टीआइ अमरसिंह बड़ोले ने ग्रामीणों से उनकी परेशानी पूछी और हाइवे जाम नहीं करने की समझाइश दी। ग्रामीणों ने टीआइ की समझाइश पर हाइवे को जाम करना निरस्त कर दिया और उन्हें गांव से हाइवे तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं होने की परेशानी बताई। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी टीआइ को सौंपा। जिसमें सड़क निर्माण की मांग की गई।
मतदान का करेंगे बहिष्कार
टीआइ की समझाइश के बाद ग्रामीण मान तो गए, लेकिन उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। पूरे गांव में से कोईभी व्यक्ति वोट डालने के लिए नहीं जाएगा। सथ ही वे गांव में किसी को भी प्रचार के लिए नहीं आने देंगे। टीआइ ने ग्रामीणों को मतदान करने की समझाइश दी, लेकिन ग्रामीण मतदान के बहिष्कार की मांग पर अड़े रहे।
पत्थर व मिट्टी की घाटी चढ़कर करना पड़ता है आवागमन
ग्राम पीरखेड़ी एबी रोड के किनारे बसा हुआ है। इस स्थान पर हाइवे के एक ओर अभयपुर गांव है जहां से हाइवे तक पहुंचने का मार्ग सुगम है, लेकिन हाइवे के दूसरी ओर पीरखेड़ी गांव है। यहां से हाइवे तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल है। क्योंकि गांव से हाइवे तक के लिए कोई मार्ग ही नहीं है। फिसलते पत्थर और मिट्टी की घाटी से गिरते-पड़ते ग्रामीण हाइवे तक बमुश्किल पहुंच पाते है। बुधवार को ही जब प्रदर्शन के लिए महिलाएं यहां पहुंची तो उन्हें हाइवे तक पहुंचने में मशक्कत करना पड़ी। कुछ महिलाएं तो गिरते-पड़ते हाइवे पर पहुंच पाई। इस दौरान गिरने से एक महिला को चोट तक आ गई।
&ग्राम पीरखेड़ी का मार्ग हाइवे से जुड़ा हुआ नहीं है। यहां पर सड़क की मांग को लेकर बुधवार को गांव की 50-6 0 महिलाएं और अन्य हाइवे पर आए थे, जिन्हें समझाइश दी गई है। सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने ज्ञापन भी सौंपा है। इस मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
अमरसिंह बड़ोले, टीआइ, थाना सुनेरा
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