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गेहूं के बाद अब आलू में सफेद इल्ली का प्रकोप

locationशाजापुरPublished: Dec 07, 2019 11:00:38 pm

Submitted by:

anees khan

सूखने लगी आलू की फसल, किसान ले रहे कृषि वैज्ञानिकों से सलाह, तापमान कम हुआ तो और बढ़ेगी समस्या

After wheat, there is an outbreak of white worm in potato

गेहूं के बाद अब आलू में सफेद इल्ली का प्रकोप

शाजापुर.
इस वर्ष अतिवृष्टि से किसानों को खरीफ फसल में काफी नुकसान उठा पड़ा, जिसकी भरपाई के लिए किसानों ने रबी फसल से काफी उम्मीद है। लेकिन रबी फसल में भी कीट और इल्ली की समस्या होने से किसान परेशान है। ऐसे में किसान कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेकर फसलों को बचाने में लगे हुए हैं। जहां गेहूं जड़ माहू की समस्या देखने में आई वहीं अब आलू की फसल में भी इल्ली का प्रकोप देखने को मिल रहा है। ऐसे में आलू की फसल को सुरक्षित करने के लिए किसान कृषि वैज्ञानिकों से आवश्यक दिशा दिर्नेश ले रहे हैं। जिसमें फसलों को बचाने के लिए कृषि वैज्ञानिक किसानों को तरीके बता रहे हैं।
इस वर्ष जलाशयों में पर्याप्त पानी होने पर किसान अच्छी फसल आने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। ऐसे में फसलों में लगने वाली बीमारी से किसान परेशान है। अधिक पानी होने की वजह से किसानों सर्वाधिक क्षेत्र में गेहूं की बुआई की है। जबकि जिले में इस बार ६ हजार हेक्टयर से अधिक क्षेत्र में आलू की बुआई की गई है। आलू की फसल में आ रही फसल सूखने की और इल्ली की समस्या से किसान चिंतित है।

इल्ली जड़ से काट रही पौधा
कृषि वैज्ञानिक डॉ. मुकेशसिंह के मुताबिक अभी कुछ जगह से किसानों ने आलू की फसल सूखने और इल्ली की समस्या बताई है। जहां फसल एक माह की हो चुकी है, पौधे आकार ले चुके हैं। जिनमें सफेद इल्ली लग रही है, जो पौधे को जड़ से काट देती है और पौधा सूखने लगता है। हालांकि ये समस्या अभी कुछ जगह ही देखने को आई है। अगर तापमान में गिरावट होती है तो समस्या बढ़ सकती है।

ये करें उपाय
कृषि वैज्ञानिक डॉ. मुकेशसिंह ने बताया कि इल्ली लगने और फसल सूखने की स्थिति में किसानों को आवश्यक सलाह दी जा रही है। किसान भाई मैलथियन इसका उपयोग सिंचाई के पानी में या गोबर के खाद में मिलाकर कर सकते हैं। या क्विनोलफास दवाई डेढ़ लीटर प्रति हेक्टेयर में सिंचाई के पानी के साथ दे सकते हैं। या फोरेट १०जी या क्लोरोपाइरीफास की पाउडर पांच किलो प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद में दे सकते हैं। क्लोरोपाइरीफास की लिक्विड एक लीटर एक बीघा में पौधो पर छिडक़ाव कर सकते हैं।

किसानों ने बताया समस्या
– ग्राम बेरछा के किसान नवीन राव चौधरी ने बताया कि आलू की फसल सूखने लगी है। समस्या कृषि विज्ञान केंद्र में बताई है। उन्होंनें बताया कि २ बीघा में आलू की फसल बोई है, पौधे तैयार हो चुके हैं। एक पात में तीन-चार पोधे सूख रहे हैं।
– ग्राम खोरिया के किसान सुनील पाटीदार ने बताया कि उन्होंने तीन बीघा में आलू की फसल बोई है। जिसमें इल्ली लग चुकी है, जो पोधे को जड़ से नुकसान पहुंचा रहे हैं। पोधे सूख रहे और जड़ से टूट रहे हैं। इसके लिए दवाई लाए है, जिसका छिडक़ाव करें।

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