scriptकारोबारियों की नाक पर गुस्सा, कर देने के बाद भी भारी असुविधाएं | Anger at the nose of businessmen, huge discomforts even after paying | Patrika News

कारोबारियों की नाक पर गुस्सा, कर देने के बाद भी भारी असुविधाएं

locationशाजापुरPublished: Apr 29, 2018 11:29:58 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

हाट बाजार में मवेशियों से हो रहा नुकसान, शिकायत करने के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

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शाजापुर. साप्ताहिक हाट बाजार का दिन बदलने के लिए जिस प्रकार की चिंता जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने जताई थी वो अब कहीं नजर नहीं आ रही। न बिजली है न शौचालय की व्यवस्था है। पीने के पानी के लिए भी निजी प्याऊ के भरोसे रहना पड़़ रहा है, जबकि व्यवसायी यहां व्यापार करने के बदले हर रविवार को शुल्क का भुगतान भी करते हैं।
सबसे ज्यादा परेशानी व्यवसायियों को मवेशियों के कारण उठाना पड़ती है। मवेशियों के कारण व्यापारियों को न सिर्फ सामान का नुकसान उठाना पड़ता है। बल्कि इनके उत्पात से कई बार ये लोग चोटिल भी हो जाते हैं। हर बार शुल्क वसूली करने आने वाले कर्मचारियों से भी व्यापारी इस समस्या के समाधान की गुहार तो लगाते हैं, लेकिन इनकी इस गुहार को वे लोग भी अनसुना कर चले जाते हैं। व्यापारियों ने बताया कि हाट बाजार का दिन बदलने के लिए तो सभी लोग यहां आए थे, लेकिन हमारी समस्या सुनने यहां कोई नहीं आता। व्यापारियों के सामान को भी नुकसान पहुंचाते हंै।
हादसों के बाद भी नहीं जागे जिम्मेदार
पिछले दिनों साप्ताहिक हाट बाजार में कुछ मवेशी आपस में गुत्थम-गुत्था हो गए थे। इस कारण हाट बाजार में खरीदी करने आई कुछ महिलाएं भी घायल हो गई थी। इसे लेकर जब जिम्मेदारों से चर्चा की गई तो उन्होंने जल्द ही मवेशियों की समस्या हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज दो सप्ताह बीतने के बाद भी आज भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
वाहनों के प्रवेश से भी होती है परेशानी
व्यापारियों ने नपा अधिकारियों से हाट बाजार के दिन वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध की मांग की थी, लेकिन इस ओर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। साप्ताहिक हाट बाजार में चार पहिया वाहनों के प्रवेश से कई बार जाम की स्थिति बनती है। इस कारण व्यापारियों का व्यवसाय भी प्रभावित होता है। साथ ही नगरवासियों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस रविवार को भी कई बार चार पहिया वाहनों के हाट बाजार से गुजरने के दौरान बार-बार जाम की स्थिति बनी रही। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

व्यापारियों ने बताई समस्या
&हर रविवार को नगर पालिका के कर्मचारी हमसे 20 रुपए वसूलकर ले जाते हैं। इसके बदले हमें कुछ सुविधा नहीं दी जाती। मवेशी यहां आकर उत्पात मचाते हैं और कई बार लोगों को घायल कर देते हैं। कम से कम पीने के पानी और बिजली व्यवस्था तो दी जाना चाहिए। फिर किस बात का नगर पालिका शुल्क वसूल रही है।
दिनेश मेवाड़ा, सब्जी व्यवसायी
मवेशी ने मेरी 10 किलो आलू की कट्टी को तहस-नहस कर दिया। इससे जितना कमाकर नहीं ले जाएंगे उससे ज्यादा का तो नुकसान हो गया। क्या नगर पालिका को इसी बात के लिए शुल्क देते हैं।
शकील शेख, व्यवसायी
इस संबंध में शिकायतें मिली है। सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। रही बात मवेशियों की समस्याओं की तो इसके लिए जल्द ही अभियान चलाकर उन्हें बाहर किया जाएगा।
भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ, नगर पालिका-शाजापुर

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