पिछले दिनों साप्ताहिक हाट बाजार में कुछ मवेशी आपस में गुत्थम-गुत्था हो गए थे। इस कारण हाट बाजार में खरीदी करने आई कुछ महिलाएं भी घायल हो गई थी। इसे लेकर जब जिम्मेदारों से चर्चा की गई तो उन्होंने जल्द ही मवेशियों की समस्या हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज दो सप्ताह बीतने के बाद भी आज भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
व्यापारियों ने नपा अधिकारियों से हाट बाजार के दिन वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध की मांग की थी, लेकिन इस ओर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। साप्ताहिक हाट बाजार में चार पहिया वाहनों के प्रवेश से कई बार जाम की स्थिति बनती है। इस कारण व्यापारियों का व्यवसाय भी प्रभावित होता है। साथ ही नगरवासियों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस रविवार को भी कई बार चार पहिया वाहनों के हाट बाजार से गुजरने के दौरान बार-बार जाम की स्थिति बनी रही। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
व्यापारियों ने बताई समस्या
&हर रविवार को नगर पालिका के कर्मचारी हमसे 20 रुपए वसूलकर ले जाते हैं। इसके बदले हमें कुछ सुविधा नहीं दी जाती। मवेशी यहां आकर उत्पात मचाते हैं और कई बार लोगों को घायल कर देते हैं। कम से कम पीने के पानी और बिजली व्यवस्था तो दी जाना चाहिए। फिर किस बात का नगर पालिका शुल्क वसूल रही है।
दिनेश मेवाड़ा, सब्जी व्यवसायी
शकील शेख, व्यवसायी
भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ, नगर पालिका-शाजापुर