मोटरसाइकिल पर लगा था बीजेपी का सिंबोल
हत्या करने वालों की मोटर साइकिल पर बीजेपी का सिंबोल लगा हुआ था, जो चित्रकूट विश्वविद्यालय में पढ़ते थे, जो संघ की विश्वविद्यालय है। ऐसे विश्वविद्यालय की तो तत्काल जांच होना चाहिए। यह बात शाजापुर सेमली आश्रम पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने मीडिया से चर्चा में कही।
पूर्व सीएम ने दिए कुछ उदाहरण
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मैं कुछ उदाहरण आपको दे रहा हंू। इंदौर में एक बहुत बड़े व्यापारी की हत्या हुई, किसने की..सुधाकर मराठा ने, जो भाजपा का सक्रिय सदस्य रहा है। और उसने इस तरह से सुपारी लेकर 25 हत्याएं कराई है। मंदसौर के भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष की हत्या हुई, किसने की…भाजपा के नेता ने। रतलाम में एक आरएसएस के अधिकारी ने अपने को मरा घोषित करने के लिए एक दलित की हत्या की, जो मजदूर था उसको जला दिया, ताकि उसको बीमा का पैसा मिल सके। यह कर्म है आरएसएस के। इसके बाद बड़वानी में एक नेता की हत्या हुई, किसने की…भाजपा के नेता ने।
सेमली धाम पर लग रहा दिग्गज नेताओं डेरा
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह दोपहर 3.30 बजे पं. कमलकिशोर नागर के सेमली धाम आश्रम पहुंचे। यहां एक घंटे पं. नागर और दिग्विजयसिंह के बीच अकेले में चर्चा हुई। बता दें कि 21 फरवरी को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी सेमली आश्रम पहुंची थी। इस दौरान सिंधिया ने पं. कमल किशोर नागर से ढाई घंटे बंद कमरे में चर्चा की थी। जिसके तीन दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री भी पं. कमलकिशोर नागर से मिलने पहुंचे। बता दें कि कथावाचक पं. कमलकिशोर नागर के राजस्थान और मप्र में अनेकों अनुयायी हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के पहले राजस्थान और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्रियों के दौरे को राजनैतिक दौरा भी बताया जा रहा है।