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शाजापुर

जीवनदायिनी से मिली किसानों को खुशियां

चीलर डैम से 37 गांवों के लिए नहर से छोड़ा 25 दिन के लिए पानी

शाजापुरNov 10, 2018 / 11:43 pm

Lalit Saxena

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शाजापुर. इन दिनों लगभग रबी सीजन की बुआई हो चुकी है, ऐसे में अब किसानों को सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता महसूस होने लगी है। जिसके चलते शनिवार से २५ दिनों के लिए सिंचाई विभाग द्वारा चीलर बांध से पानी छोड़ा गया। दोनों नहरों से ३७ गांवों के किसान अपनी खेतों की सिंचाई कर सकेंगे। हालांकि चीलर बांध में १५ फीट पानी होने से किसानों को एक ही पानी पानी दिया जा रहा है।
बता दें कि पिछले साल अल्पवर्षा के चलते किसानों को सिंचाईके लिए चीलर बांध से एक बार भी पानी नहीं दिया गया था। लेकिन इस बार डैम में १५ फीट पानी जमा हो चुका है, जिसके चलते किसानों को एक बार सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक नहरों से पानी छोडऩे की अवधि २५-३० दिन रहेगी। जिससे किसान अपनी आवश्यकता के अनुरूप खेतों में पानी पिला सकते हैं। हालांकि इसका फायदा नहरों से लगे खेतों के किसान ही उठा पाएंगे। जिले में अन्य जगह किसान अपने निजी जलस्रोतों की मदद से खेतों की सिंचाई कर रहे हैं।
5238 हैक्टेयर भूमि होगी सिंचित
चीलर बांध से सिंचाई के लिए 37 गांवों में सैकड़ों किसानों को पानी दिया जाता है। दोनों नहरों से 5238 हैक्टेयर भूमि पर सिंचाई की जाती है। खासकर किसानों को रबि सीजन में पानी की आवश्यकता होती है। रबी सीजन में दोनों नहरों के माध्यम से किसानों को पानी दिया जाता है। हालांकि इस बार किसानों को एक ही बार पानी दिया जाएगा। इधर पानी की कमी को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने भी किसानों को सलाह दी थी कि कम पानी वाली फसले लें।
इन गांवों को मिलता है लाभ
चीलर बांध में दांई और बांई दो नहरों से ३७ गांवों को फायदा मिलता है। दायी नहर 21.40 किमी है, जिससे सांपखेड़ा, मझानिया, बज्जाहेड़ा, लखमन खेड़ी, भरड़, टुकराना, छापीहेड़ा, लोहरवास, बनाखेड़ी, दिलोदरी, छतगांव, चौसला आदि गांवों में पानी दिया जाता है। वहीं बांई नहर 11.20 किमी है, जिससे मूलीखेड़ा, गिरवर, शाजापुर, पतोली, भदोनी, सतगांव, हरणगांव, नरण गांव, नारायण गांव, शंकरखेड़ा, गवलियाखेड़ी, रागबेल, टूंगनी आदि गांवों में पानी दिया जाता है। इसके अलावा डूब के पास बसे गांवों में पानी लिफ्ट किया जाता है। इससे खामखेड़ा, लोंदिया, दिल्लौद, भालूखेड़ा, बापचा, सांपखेड़ा, आला उमरोद, पीपलिया गोपाल, धाराखेड़ी, सनकोटा, बिकलाखेड़ी गांवों में सिंचाई होती है।
पेयजल के छोड़ेंगे ६ फीट पानी
किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने के बाद चीलर बांध में ६ फीट पानी रिजर्व रखा जाएगा। बता दें कि शहर में पेयजल का मुख्य स्रोत चीलर बांध ही है। जिसमें साल भर के लिए ६ फीट पानी रिजर्व रखा जाता है। ये पानी नगर पालिका प्रतिवर्ष सिंचाई विभाग से खरीदती है। जिसे वाटर वक्र्स में फिल्टर करने के बाद शहर में जलप्रदाय किया जाता है। फिलहाल चीलर बांध में १५ फीट पानी शेष है।
रबी सीजन में सिंचाई के लिए दोनों नहरों से शनिवार शाम को पानी छोड़ा गया। जिससे किसान सिंचाई कर सकेंगे। पेयजल व्यवस्था के लिए ६ फीट पानी रिजर्व रखा जाएगा।
आलोक सक्सेना, एसडीओ सिंचाई विभाग
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