शुक्रवार को मार्केटिंग सोसाइटी शाजापुर के खरीदी केंद्र रूचि इंफ्रास्ट्रक्चर पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि जिन किसानों को एसएमएस मिले है उनके ही गेहूं खरीदे जाएंगे। इस बात से किसान नाराज होकर और हंगामा करने लग गए। इसमें कुछ किसान हाइवे तक भी पहुंच गए, हालांकि सूचना मिलने पर सुनेरा थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और किसानों को हाइवे से हटा दिया। इधर कुछ ही देर में यहां पर एसडीएम यूएस मरावी, जिला आपूर्ति अधिकारी एसके जैन, एसडीओपी देवेंद्रकुमार यादव, डीएमओ विवेक तिवारी पहुंच गए। अधिकारियों ने किसानों से उनकी परेशानी का कारण पूछा। अधिकारियों ने पहले तो किसानों को एसएमएस मिलने पर ही गेहूं विक्रय करने की बात कही, लेकिन किसान अपनी उपज बेचने पर अड़ गए। इस पर अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मोबाइल पर मार्गदर्शन लेना शुरू कर दिया।
दो दिन में खरीदा 60 हजार क्विंटल गेहूं
एसएमएस की परेशानी के बीच भी शुक्रवार को जिले के सभी खरीदी केंद्रों पर गेहूं की खरीदी की गई। पहले दिन गुरुवार को जहां जिलेभर के खरीदी केंद्रों पर करीब 40 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया था, वहीं शुक्रवार को भी सभी खरीदी केंद्रों पर मिलाकर करीब 20 हजार क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है।
एसएमएस की परेशानी के बीच भी शुक्रवार को जिले के सभी खरीदी केंद्रों पर गेहूं की खरीदी की गई। पहले दिन गुरुवार को जहां जिलेभर के खरीदी केंद्रों पर करीब 40 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया था, वहीं शुक्रवार को भी सभी खरीदी केंद्रों पर मिलाकर करीब 20 हजार क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है।
मार्केटिंग सोसाइटी अध्यक्ष को बुलाया
किसानों के हंगामे को देखते हुए अधिकारियों ने मार्केटिंग सोसायटी शाजापुर के अध्यक्ष विरेंद्रसिंह गोहिल को खरीदी केंद्र पर बुलवाया। गोहिल ने यहां पहुंचकर किसानों को शांत किया। इसके बाद अधिकारियों ने वरिष्ठ स्तर से मार्गदर्शन की मांग की।
गेहूं की तुलाई हो गई, बिल नहीं बने
किसानों के हंगामे को देखते हुए अधिकारियों ने मार्केटिंग सोसायटी शाजापुर के अध्यक्ष विरेंद्रसिंह गोहिल को खरीदी केंद्र पर बुलवाया। गोहिल ने यहां पहुंचकर किसानों को शांत किया। इसके बाद अधिकारियों ने वरिष्ठ स्तर से मार्गदर्शन की मांग की।
गेहूं की तुलाई हो गई, बिल नहीं बने
अधिकारियों के अनुसार पूरे जिले के खरीदी केंद्रों पर शुक्रवार को यही स्थिति बनी रही। बगैर एसएमएस वाले किसान ही खरीदी केंद्रों पर पहुंचे थे। इस स्थिति में शुक्रवार को सभी किसानों की उपज की तुलाई तो करवा ली गई, लेकिन उनके बिल नहीं बनाए जा सके।
& बगैर एसएमएस मिले किसान अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्रों पर पहुंच गए थे। इससे कुछपरेशानी हुई। भोपाल से मार्गदर्शन लेकर किसानों का गेहूं तो खरीद लिया गया, लेकिन उनके बिल एसएमएस आने के बाद ही जनरेट हो पाएंगे।
विवेक तिवारी, डीएमओ एवं नोडल अधिकारी, समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन-शाजापुर
& बगैर एसएमएस मिले किसान अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्रों पर पहुंच गए थे। इससे कुछपरेशानी हुई। भोपाल से मार्गदर्शन लेकर किसानों का गेहूं तो खरीद लिया गया, लेकिन उनके बिल एसएमएस आने के बाद ही जनरेट हो पाएंगे।
विवेक तिवारी, डीएमओ एवं नोडल अधिकारी, समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन-शाजापुर