जिलेभर में शासन के निर्देशानुसार गुरुवार को समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की शुरुआत की गई। इस बार खरीदी के लिए 15 गोदामों को मिलाकर कुल 41 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। जिला मुख्यालय के खरीदी केंद्र रूचि इंफ्रास्ट्रक्चर सुनेरा पर खरीदी कार्य के दौरान अनेक किसान अपनी उपज बेचने के लिए पहुंचे। यहां पर सबसे पहले मुहुर्त में तोलकांटे का पूजन किया गया। इसके बाद सबसे पहले ग्राम खेड़ाबमोरी के किसान पप्पूसिंह का करीब 35 क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया।
बगैर एसएमएस के बिल नहीं बन पाए
समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के कार्य में प्रतिवर्ष शासन स्तर से निर्देश दिए जाते है कि जिन किसानों को गेहूं विक्रय के लिए जिस तारिख का एसएमएस मिले संबंधित किसान उसी तारीख पर अपनी उपज लेकर आए, लेकिन इसके बाद भी जिले के अधिकांश खरीदी केंद्रों पर किसान बगैर एसएमएस के ही पहुंच जाते थे। जिनसे भी गेहूं की खरीदी कर ली जाती थी, लेकिन इस बार एसएमएस सुविधा को लेकर शासन स्तर से सख्ती कर दी गई। गुरुवार को पहले शाजापुर के खरीदी केंद्र पर करीब 20 किसान पहुंचे, लेकिन इसमें से किसी के पास भी एसएमएस नहीं आया था। यहां पर सभी किसानों से उनका गेहूं तो खरीदकर उसका तोल करवा लिया, लेकिन जब बिल बनाने की बारी आईतो किसी भी किसान का बिल ही नहीं बन पाया। अधिकारियों से जानकारी ली तो पता लगा कि जिसे एसएमएस मिलेगा उसका ही बिल जनरेट होगा।
समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के कार्य में प्रतिवर्ष शासन स्तर से निर्देश दिए जाते है कि जिन किसानों को गेहूं विक्रय के लिए जिस तारिख का एसएमएस मिले संबंधित किसान उसी तारीख पर अपनी उपज लेकर आए, लेकिन इसके बाद भी जिले के अधिकांश खरीदी केंद्रों पर किसान बगैर एसएमएस के ही पहुंच जाते थे। जिनसे भी गेहूं की खरीदी कर ली जाती थी, लेकिन इस बार एसएमएस सुविधा को लेकर शासन स्तर से सख्ती कर दी गई। गुरुवार को पहले शाजापुर के खरीदी केंद्र पर करीब 20 किसान पहुंचे, लेकिन इसमें से किसी के पास भी एसएमएस नहीं आया था। यहां पर सभी किसानों से उनका गेहूं तो खरीदकर उसका तोल करवा लिया, लेकिन जब बिल बनाने की बारी आईतो किसी भी किसान का बिल ही नहीं बन पाया। अधिकारियों से जानकारी ली तो पता लगा कि जिसे एसएमएस मिलेगा उसका ही बिल जनरेट होगा।
बगैर बोनस के ही बनेंगे बिल
इस बार समर्थन मूल्य के लिए सरकार ने अभी तक बोनस के संबंध को लिखित आदेश जारी नहीं किए है। ऐसे में समर्थन मूल्य पर गेहूं का विक्रय करने वाले किसानों के बिल सरकार की ओर से तय किए गए 1735 रुपए प्रतिक्विंटल समर्थन मूल्य के हिसाब से ही बनेंगे। अधिकारियों का कहना है कि 265 रुपए बोनस देने की बात सरकार की ओर से कही गई थी
इस बार समर्थन मूल्य के लिए सरकार ने अभी तक बोनस के संबंध को लिखित आदेश जारी नहीं किए है। ऐसे में समर्थन मूल्य पर गेहूं का विक्रय करने वाले किसानों के बिल सरकार की ओर से तय किए गए 1735 रुपए प्रतिक्विंटल समर्थन मूल्य के हिसाब से ही बनेंगे। अधिकारियों का कहना है कि 265 रुपए बोनस देने की बात सरकार की ओर से कही गई थी
एसएमएस दिखाने पर ही होगी खरीदी
रूचि इंफ्रास्ट्रक्चर सुनेरा पर खरीदी करने वाली संस्था मार्केटिंग सोसायटी शाजापुर के मैनेजर देवीसिंह राठौड़ ने बताया कि बगैर एसएमएस वाले किसानों से अब उनकी उपज नहीं खरीदी जाएगी। जो किसान अपनी उपज लेकर यहां विक्रय के लिए पहुंचेंगे उन्हें सबसे पहले गेहूं की खरीदी के लिए शासन स्तर से भेजा गया एसएमएस दिखाना होगा। यदि एसएमएस नहीं है तो गेहूं नहीं खरीदा जा सकेगा। क्योंकि बगैर एसएमएस वाले किसानों के बिल ही जनरेट नहीं होंगे।
रूचि इंफ्रास्ट्रक्चर सुनेरा पर खरीदी करने वाली संस्था मार्केटिंग सोसायटी शाजापुर के मैनेजर देवीसिंह राठौड़ ने बताया कि बगैर एसएमएस वाले किसानों से अब उनकी उपज नहीं खरीदी जाएगी। जो किसान अपनी उपज लेकर यहां विक्रय के लिए पहुंचेंगे उन्हें सबसे पहले गेहूं की खरीदी के लिए शासन स्तर से भेजा गया एसएमएस दिखाना होगा। यदि एसएमएस नहीं है तो गेहूं नहीं खरीदा जा सकेगा। क्योंकि बगैर एसएमएस वाले किसानों के बिल ही जनरेट नहीं होंगे।
अलग-अलग छापे लगाए जा रहे थे
शासन के तय मानको के अनुसार जिस भी खरीदी केंद्र पर किसान की उपज का विक्रय होगा तो संबंधित खरीदी केंद्र पर उपलब्ध बारदानों पर खरीदी केंद्र का नाम और नंबर अंकित होना जारूरी है। गुरुवार को खरीदी कार्य के पहले दिन शाजापुर मार्केटिंग सोसायटी के खरीदी केंद्र रूचि इंफ्रास्ट्रक्चर पर तो एजेंसी के नाम सहित नंबर आदि लिखे हुए छापे लगाए जा रहे थे, सुेनरा सोसयटी के खरीदी केंद्र कैलाश वेयर हाउस पर केवल नंबर लिखे हुए छापे लगाए जा रहे थे।
जिले में सभी 41 खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य की गेहूं खरीदी का कार्य शुरू हो गया है। कुछ स्थानों पर बरादानों की परेशानी आई थी, लेकिन दोपहर साढ़े 3 बजे तक सभी केंद्रों पर बारदाना उपलब्ध हो गया और खरीदी का कार्य शुरू हो गया।
विवेक तिवारी, डीएमओ एवं नोडल अधिकारी, समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन, शाजापुर
शासन के तय मानको के अनुसार जिस भी खरीदी केंद्र पर किसान की उपज का विक्रय होगा तो संबंधित खरीदी केंद्र पर उपलब्ध बारदानों पर खरीदी केंद्र का नाम और नंबर अंकित होना जारूरी है। गुरुवार को खरीदी कार्य के पहले दिन शाजापुर मार्केटिंग सोसायटी के खरीदी केंद्र रूचि इंफ्रास्ट्रक्चर पर तो एजेंसी के नाम सहित नंबर आदि लिखे हुए छापे लगाए जा रहे थे, सुेनरा सोसयटी के खरीदी केंद्र कैलाश वेयर हाउस पर केवल नंबर लिखे हुए छापे लगाए जा रहे थे।
जिले में सभी 41 खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य की गेहूं खरीदी का कार्य शुरू हो गया है। कुछ स्थानों पर बरादानों की परेशानी आई थी, लेकिन दोपहर साढ़े 3 बजे तक सभी केंद्रों पर बारदाना उपलब्ध हो गया और खरीदी का कार्य शुरू हो गया।
विवेक तिवारी, डीएमओ एवं नोडल अधिकारी, समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन, शाजापुर