प्रमुख बिंदुओं को हटाने से गुणवत्ता पर उठेंगे सवाल
ई-हास्पिटल निविदा के जनवरी २०१९ में १२ बिंदू में शर्ते रखी गई थी। इसके बाद ३ दिसंबर को जारी की गई निविदा में मात्र ९ बिंदू रखे गए हैं। जिससे में प्रमुख शर्तों को दरकिनार किया गया है। जिससे सर्विस देने वाली संस्था की गुणवत्ता पर भी सवाल उठेंगे।
निविदा से इन प्रमुख बिंदुओं को हटाया
– इस बार जारी की गई ई-हास्पिटल निविदा में प्रमुख चार शर्तें हटाई गई है।
१. निविदाकर्ता संस्था के पास कम से कम तीन शासकीय जिला अस्पताल (जिनमें एक १०० बेडेड चिकित्सालय अवश्य हो) अथवा दो शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में कम्प्यूटरीकृत हॉस्पिटल एवं पेशेंट मेनेजमेंट कार्य सफलतापूर्वक करने का न्यूनतम ३ वर्षों का अनुभव होना अनिवार्य है।
२. ईपीएफ अकाउंट नंबर न्यूनतम २४ माह पुराना होना।
३. ईएसआईसी का पंजीयन भी २४ माह पुराना हो।
४. निविदाकार का पिछले तीन वित्तीय वर्ष का टर्न ओवर ३० लाख रहा हो।
तीसरी बार जारी की निविदा
बता दें कि विभिन्न सेवाओं के लिए जिला अस्पताल ने इसी वर्ष में तीसरी बार निविदा जारी की गई है। पहली बार १५ जनवरी २०१९ को निविदा जारी की गई थी। इसके बाद २८ अगस्त २०१९ को निविदा जारी गई है। अब तीसरी बार ३ दिसंबर को निविदा जारी की गई है। बताया जा रहा है कि अपनों को फायदा दिलाने के लिए निविदा को लचीला बनाया गया है।
इनका कहना
निविदा के संबंध में १७ दिसंबर को समिति की बैठक आयोजित की गई है। जिसमें निविदा शर्तों को लेकर किसी को कोई आपत्ती है तो दर्ज किया जाएगा। नियमानुसार ही निविदा शर्तें लागू की जाएगी। कही कोई खामी है तो उसमें सुधार किया जाएगा।
– डॉ. शुभम गुप्ता, सिविल सर्जन जिला अस्पताल