शाजापुरPublished: Sep 11, 2018 12:19:21 am
Lalit Saxena
शहर की सड़कों हों या नेशनल हाइवे दोनों ही जगह इन दिनों मवेशी राज है, इधर प्रशासन कारवाई के मूड में नहीं दिख रहा है।
शहर की सड़कों हों या नेशनल हाइवे दोनों ही जगह इन दिनों मवेशी राज है, इधर प्रशासन कारवाई के मूड में नहीं दिख रहा है।
शाजापुर. शहर की सड़कों हों या नेशनल हाइवे दोनों ही जगह इन दिनों मवेशी राज है, इधर प्रशासन कारवाई के मूड में नहीं दिख रहा है। ऐसे में खतरा वाहन चालकों के सिर पर मंडराता रहता है। सड़कों पर मवेशी होने के चलते हादसे की आशंका और अधिक हो जाती है। एक सप्ताह में हाइवे पर दो हादसे हो चुके हैं। इसमें दो लोग घायल हो चुके है तो चार मवेशियों की मौत हो चुकी है, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर अभी तक जूं नहीं रेंगी है।
शहर में आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनकी मौजूदगी के चलते आम लोगों सहित वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है, वहीं बार-बार जाम लगता है। ऐसा नहीं कि इन मवेशियों की शिकायत नहीं होती, लगातार शिकायत होने के बाद नपा मवेशियों को शहर से बाहर गोशाला भेजने की बात करती है, लेकिन ये शहर कभी मवेशियों से खाली नहीं होता है। नपा की लचर कार्रवाई से मवेशी आज भी शहर के हर चौराहों पर मौजूद रहकर शहर की स्वच्छता का पलीता लगा रहे हैं।
यातायात पुलिस ने लगाई रेडियम
गत दिनों हुई दुर्घटना को देखते हुए यातायात पुलिस ने हाइवे पर घूमने वाले मवेशियों के सींग पर रेडियम पट्टे लगाए हैं। इससे वाहन चालकों को मवेशी दूर से ही नजर आ जाएं और दुर्घटना से बच सकें, लेकिन मवेशियों को दूर करने के लिए नगर पालिका द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
हादसा ०१
३ सितंबर की रात हाइवे पर कौटिल्य स्कूल के पास सामने गाय को बचाने में एक कार की सामने से आ रहे ट्रक से भिडं़त हो गई। कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि कार में लगे एयर बैग्स खुलने के कारण अंदर बैठे किसी भी यात्री को चोट नहीं आई।
हादसा ०२
८ सितंबर की रात हाइवे पर जिला न्यायालय के सामने अंधेरे के दौरान एक कार की भिड़ंत सामने से आ रहे मवेशियों से हो गई। हादसे में 4 मवेशी की मौत हो गई जबकि एक मवेशी घायल हो गया था। दुर्घटना में कार में सवार दो लोग घायल हो गए थे। इनका उपचार जिला अस्पताल में कराया गया।