scriptmp election- 2018 – पांच साल में स्वस्थ्य सेवाओं के नाम पर हाथ खाली | Hands down in the name of health services in five years | Patrika News

mp election- 2018 – पांच साल में स्वस्थ्य सेवाओं के नाम पर हाथ खाली

locationशाजापुरPublished: Nov 14, 2018 12:13:48 am

Submitted by:

Lalit Saxena

बेरोजगारी और शिक्षा के क्षेत्र में भी नहीं जुटा पाए सुविधाएं

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शाजापुर. शाजापुर विधानसभा सीट से लगातार 4 बार के विधायक रहे पूर्व मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा को वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के अरुण भीमावद ने 1938 वोट से हराया था। इसके बाद इस बार के विधानसभा चुनाव में फिर से ये दोनों प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने आ चुके हैं। हालांकि इस बार भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे जेपी मंडलोई के कारण पिछले चुनाव में जीती हुई इस विधानसभा में भाजपा का गणित गड़बड़ा गया है। पिछले पांच सालों की बात की जाए तो विधानसभा में कई विकास कार्य हुए, लेकिन मूलभुत सुविधाओं का अभाव आज भी मुंह बाएं खड़ा है। यहां पर न तो स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्या का निराकरण हो पाया न ही युवाओं की बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई उद्योग धंधे शुरू हो पाए। शिक्षा के क्षेत्र में भी विधानसभा क्षेत्र पिछड़ा हुआ है।
शाजापुर विधानसभा की स्थिति देखी जाए तो यहां पर अधिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में बसती है। कुछ ग्रामों में भाजपा सरकार ने सड़कें बनवाकर उनकी पहुंच शहरों तक जरूर की, लेकिन हर मूलभुत सुविधा के लिए ग्रामीणों को शहरों या फिर बड़े शहरों पर ही आश्रित होना पड़ता है। विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बड़ी समस्या स्वास्थ्य सुविधाओं की है। यहां पर पूरे विधानसभा क्षेत्र में ही स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल बेहाल हो रहे है। जिला मुख्यालय पर स्थित सबसे बड़े जिला अस्पताल की बात की जाए तो यहां पर स्टॉफ की इतनी कमी है कि इस पर बरसों पहले लगा रैफर केंद्र का धब्बा आज तक नहीं हट पाया है। गंभीर मरीजोंं को यहां से डॉक्टर सीधे बड़े शहर के अस्पताल में रैफर कर देते है। प्रसूताओं के ऑपरेशन तो यहां पर होना लगभग बंद ही हो गए है। इसका मुख्य कारण स्टॉफ की कमी होना सामने आता है, लेकिन पिछले 5 साल में यहां के स्टॉफकी समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है। अधिकारी कहते है कि उन्होंने वरिष्ठ स्तर पर इसकी सूचना दी हुई है, वहीं जनप्रतिनिधि इसे पूरे प्रदेश की समस्या बताकर पल्ला झाड़ लेते है। ऐसे में परेशानी गरीब और आमजन को होती है।
ट्रामा सेंटर बना, लेकिन कोई काम का नहीं
वर्तमान विधायक के कार्यकाल की उपलब्धी के रूप में जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल के पीछे बने ट्रामा सेंटर को गिना जा सकता है, लेकिन ये उपलब्धी किसी काम की नहीं है। क्योंकि यहां पर न तो संसाधन है और न ही स्टॉफ। करोड़ों रुपए की लागत से बने ट्रामा सेंटर का भवन किसी काम नहीं आ रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि ट्रामा सेंटर बन जाएगा तो यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ जाएगी। हर तरह की बीमारी का उपचार यहां पर हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-3 के समीप होने से आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं के घायलों को भी यहीं पर उपचार मिल जाएगा, लेकिन उम्मीदें धरी रह गई।
युवाओं का पलायन नहीं रुक पाया
विधानसभा क्षेत्र में दूसरी सबसे बड़ी समस्या यहां से युवाओं के पलायन की है। नौकरी और अच्छे व्यवसाय की तलाश में यहां के युवा बड़े शहरों का रुख कर रहे है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई संसाधन नहीं है। मौजूदा विधायक के इस ओर कोईप्रयास नहीं दिखाई देते है। जबकि कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण यहां पर कृषि से जुड़े व्यवसाय और उद्योगों की संभावनाएं प्रबल है, लेकिन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में बरसों से यहां पर पसरी बेरोजगारी की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।
उच्च शिक्षा में पिछड़ता विधानसभा क्षेत्र
पूरे विधानसभा क्षेत्र में उच्च शिक्षा की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। कहने को यहां पर लीड कॉलेज है, लेकिन उसका कामकाज अतिथि विद्वानों के भरोसे है। प्राचार्यका पद प्रभारी प्राचार्यसंभाल रहे है। स्टॉफ की इतनी कमी है कि पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। उच्च शिक्षा के नाम पर यहां पर एक पॉलिटैक्निक कॉलेज भी है, लेकिन इसके बाद भी युवाओं को बेहतर शिक्षा के लिए बड़े शहरों की ओर जाना पड़ता है। लगातार उच्च शिक्षा के मामले में पिछड़ रहे क्षेत्र की स्थिति को सुधारने के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं हुए।
विधायक व प्रतिद्वंद्वी रहे जनता के बीच
क्षेत्र से विधायक अरुण भीमावद है। ये क्षेत्र में सक्रिय रहे है। इसी प्रकार प्रतिद्वंद्वी हुकुमसिंह कराड़ा ने बीते सालों में कांग्रेस का वोट बैंक मजबूत किया है। नगर पालिका, जनपद पंचायत, विधानसभा की नगर परिषद में कांग्रेस की जीत हुई है। विधायक भीमावद और प्रतिद्वंद्वी कराड़ा धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय नजर आते है।
2013 का चुनाव परिणाम
क्रमांक नाम पार्टी प्राप्त वोट
01 अरुण भीमावद भाजपा 76 911
02 हुकुमसिंह कराड़ा कांग्रेस 74973
03 अमीन लाला अमन बसपा 2758
04 सीताराम निर्दलीय 1775
05 मनोहरसिंह कटारिया बसंद 16 26
06 राजेश सौराष्ट्रीय निर्दलीय 1315
07 मो. युनूस खान निर्दलीय 1239
08 दिलीपसिंह राजपूत निर्दलीय 674
09 नीरज पाटीदार निर्दलीय 376
10 दरबार जयसिंह निर्दलीय 259
11 कमल परमार निर्दलीय 232
12 नोटा 2401
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