script

यहां गाय और भैंस ने इतना दिया दूध के इनाम में मिले 50-50 हजार

locationशाजापुरPublished: Dec 05, 2019 10:43:23 pm

Submitted by:

anees khan

जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना में गांगलखेड़ी की गाय शुजालपुर की भैंस ने जीता 50 हजार का पुरस्कार, नकद राशि देकर विजेता को किया पुरस्कृत

Here cows and buffaloes gave 50-50 thousand in the reward of milk

यहां गाय और भैंस ने इतना दिया दूध के इनाम में मिले 50-50 हजार

शाजापुर.
दो दिनों से चल रही जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना का समापन विजेताओं की घोषणा के साथ हुआ। इस प्रतियोगिता में गांगलियाखेड़ी की गाय और शुजालपुर मंडी की भैंस के मालिक ने विजेता का खिताब हासिल किया, जिन्हें प्रशासनिक अधिकारियों ने ५० हजार रुपए का पुरस्कार देकर सम्मनित किया।
बुधवार से जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना का आयोजन जिला मुख्यालय के पशु चिकित्सालय परिसर में कार्यक्रम रखा गया था। प्रतियोगिता का फैसला तीन समय के दूध उत्पादन के आधार पर किया गया। जिसके चलते प्रतियोगिता में शामिल चयनित 10 गायों और 10 भैंसों का बुधवार सुबह, शाम और गुरुवार सुबह के दूध उत्पादन के आधार पर विजेता का फैसला किया गया। गुरुवार सुबह दूध निकालने के बाद सभी मवेशियो के दूध की नपती की गई।

गाय ने दिया 16.683 लीटर तो भैंस ने 19.759 लीटर दूध देकर जीता खिताब
प्रतियोगिता में ग्राम गांगलखेड़ा के अशोक पिता विक्रम सिंह की गिर नस्ल की गाय ने 16.683 लीटर दूध उत्पादन कर प्रथम स्थान, दूसरे स्थान पर शाजापुर के ओमप्रकाश पिता खेमकरण की गिर नस्ल की गाय रही जिसने तीन समय में 14.911 लीटर दूध देकर दूसरा स्थान और तीसरे स्थान पर ग्राम लसुल्डिया जगमाल के जसवंतसिंह पिता करणसिंह देवड़ा रहे जिनकी गाय ने तीन समय में 13.430 दूध उत्पादन किया। इसी प्रकार शुजालपुर मंडी के रमेशचंद्र पिता देवीसिंह ग्राम की जाफरावादी नस्ल की भैंस ने तीन टाईम में 19.759 लीटर प्रतिदिन दूध देकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं दूसरे स्थान पर ग्राम बोलाई के टीकम सिंह पिता निर्भयसिंह जादौन की जाफरावादी नस्ल की भैंस ने 17.561 लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादन किया। जबकि तीसरे स्थान पर धीरपसिंह पिता करणसिंह ग्राम लसुल्डिया जगमाल की मूर्रा नस्ल की भैंस ने 17.107 लीटर प्रतिदिन दूध देकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर उपस्थित जिला पंचायत सीईओ शिवानी वर्मा, समाजसेवी डॉ. बसंतकुमार भट्ट, अजा की निशा मेहरा तथा एसडीएम यूएस मरावी ने प्रथम स्थान प्राप्त गाय व भैंस के मालिकों को 50-50 हजार, द्वितीय स्थान प्राप्त मवेशी मालिको को 25-25 हजार और तृतीय स्थान प्राप्त मवेशी पालक को 15 हजार रुपए तथा सात-सात सांत्वना पुरस्कार के रूप में 5-5 हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता के आयोजन में डॉ. मुकेशकुमार सिंघल, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. अशोक कुमार बरेठिया, डॉ. लता घनघोरिया, डॉ. नेहा कौसर कादरी, रीतिका सिंह, डॉ. एसके अंबावतिया, डॉ. एसएन अम्बावतिया, बीएल सूर्यवंशी, एनएस मारू, विजय राठौर, आसिफ कुरैशी, अ. वकील खान की सराहनीय भूमिका रही।

गौ पालन को बनाए आय का साधन – भट्ट
मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डॉ. बसन्त भट्ट ने कहा कि पशुपालक गायों को आवारा नहीं छोड़े वरन् गायों को आय का साधन बनाएं। दूध का उत्पादन कर नागरिकों को शुद्ध दूध मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गौ-पालन को बढ़ावा देने के लिए ही गोपाल पुरस्कार योजना प्रारंभ की है। जिला पंचायत सीईओ शिवानी वर्मा कहा कि नकली या मिलावटी दूध के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो रहा है। बच्चो एवं नागरिको को शुद्ध दूध प्राप्त हो, इसके लिए गौ-पालक गायो को ठीक से पाले और दूध उत्पादन बढ़ाए। उन्होंने बताया कि जिले में इस वर्ष 27 गौशालाएं खोली जा रही है। अगले वर्ष 60 गौशाला खोले जाने का लक्ष्य जिले को प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वास्तव में गौशालाओं की जरूरत ही नहीं पडऩा चाहिए, जिसकी गायें हैं उन्हें स्वयं उसका पालन-पोषण करना चाहिए। उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. एके बरेठिया ने गोपाल पुरस्कार योजना के बारे में विस्तार से बताया। देशी नस्लों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश में चलाई जा रही गोपाल पुरस्कार योजना के तहत जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता संपन्न हुई। प्रतियोगिता में देशी नस्ल की 10-10 गायों एवं भैसों को शामिल किया गया था।

ट्रेंडिंग वीडियो