उल्लेखनीय है कि खरीफ सीजन की बोवनी का समय नजदीक आ चुका है। किसानों को सोसायटियों से खाद-बीज लेकर बोवनी की तैयारी करना है। इसके चलते उन्हें रुपए की जरूरत थी, लेकिन जब सोमवार से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारियों की हड़ताल शुरू हुई तो किसानों की राशि बैंक में ही अटक गई। हर दिन सैकड़ों किसान बैंक में अपनी राशि निकालने के लिए पहुंचते, लेकिन बैंक में ताला लगा होने के कारण उन्हें बेरंग ही लौटना पड़ता। बुधवार को बैंक के कर्मचारियों की मांगों को लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया। इसके बाद हड़ताल खत्म हो गई। गुरुवार को बैंक खुलते ही सैकड़ों किसान लेनेदेने के लिए बैंक की शाखा में पहुंचे। जिससे देर शाम तक बैंक में लेनदेन का कार्य चलता रहा।
सोमवारिया बाजार में लगा जाम
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की सोमवारिया बाजार स्थित शाखा के तीन दिन बंद रहने से यहां पर हर दिन किसान पहुंचकर परेशान होते रहे। गुरुवार को भी बैंक खुलने के पहले ही यहां किसानों की भीड़ लगना शुरू हो गई। जैसे ही बैंक खुली तो खातों से राशि निकालने के लिए किसानों की भीड़ बैंक में पहुंच गई। बड़ी संख्या में किसानों के यहां पहुंचने के कारण बैंक के बाहर वाहनों की कतारें भी लग गई। इससे सोमवारिया बाजार के इस मार्ग से निकलने में राहगिरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण यहां पर बार-बार जाम भी लगता रहा।
प्याज की भी बंपर आवक जारी
एक ओर हड़ताल के बाद बैंक खुलने से किसानों की भीड़ बैंकों में उमड़ी वहीं दूसरी ओर थोक सब्जी मंडी में प्याज की बंपर आवक भी जारी है। गुरुवार को भी करीब 12 हजार क्विंटल प्याज की आवक मंडी में हुई। प्याज भरे वाहनों की कतारें हाइवे पर भी कई किमी तक लगी रही। यहां पर प्याज विक्रय के लिए भीड़ ज्यादा होने के कारण किसानों को इंतजार करना पड़ा।