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कैसे पहुंचे मरीज अस्पताल, सामने आई ये परेशानी

locationशाजापुरPublished: Nov 29, 2021 12:32:13 am

Submitted by:

Piyush bhawsar

जिला मुख्यालय की दोनों 108 एंबुलेंस खराब, मरीजों की हो रही फजिहत, बार-बार परेशानी आने से प्रभावित हो रही व्यवस्था

How the patient reached the hospital, this problem surfaced

शाजापुर। 108 एंबुलेंस

शाजापुर.

दुर्घटना में घायल हो या फिर गंभीर बीमार, किसी प्रसूता को अस्पताल पहुंचाना हो या फिर विवाद में चोटिल हर तरह की परेशानी में सबसे पहले पहुंचने वाली 108 एंबुलेंस इन दिनों शहरवासियों को दिखाई नहीं दे रही है। क्योंकि जिला मुख्यालय की दोनों 108 एंबुलेंस खराब पड़ी है। ऐसे में उन मरीजों की फजीहत हो रही है जो अस्पताल तक ले जाने के लिए 108 का इंतजार कर रहे है और उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। बार-बार एंबुलेंस में खराबी आने के कारण ये व्यवस्था प्रभावित हो रही है।

गौरतलब है कि संजीवनी 108 एंबुलेंस का मुख्य उद्देश्य मरीजों और घायलों उचित प्राथमिक उपचार देते हुए अस्पताल तक लाकर भर्ती करना होता है। विगत कई वर्षों से उक्त सेवा शहर सहित पूरे जिले में संचालित हो रही है, लेकिन पिछले करीब एक सप्ताह से उक्त सेवा का लाभ शहरवासियों और आसपास के क्षेत्रवासियों को नहीं मिल पा रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि जिला मुख्यालय पर तैनात रहने वाली दोनों एंबुलेंस के खराब होने के कारण ठीक कराने के लिए मेकैनिक के पास खड़ी है। 108 एंबुलेंस नहीं होने के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द 108 एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए जिससे घायल या मरीजों को उपचार के लिए अस्पताल तक पहुंचने में परेशानी न हो।

कॉल सेंटर पर नहीं मिल पा रहा कोई जवाब
जिला मुख्यालय की दोनों 108 एंबुलेंस के खराब होने के कारण मरीजों को भी परेशानी आ रही है। 108 के कॉल सेंटर पर फोन करने के बाद गाड़ी खराब होने के कारण मरीजों को कोई जवाब ठीक से नहीं मिल पा रहा है। 22 नवंबर की देर रात एक घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए शहर के वार्ड-20 के रहवासियों ने 108 एंबुलेंस के लिए कॉल सेंटर पर फोन लगाया, लेकिन वहां से कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया। मजबूरी में लोगों को 100 नंबर पर फोन करके डायल-100 वाहन को मौके पर बुलवाकर घायल को जिला अस्पताल पहुंचाना पड़ा। ऐसे ही अनेक लोग 108 एंबुलेंस के नहीं मिलने के कारण परेशान हो रहे है।

अन्य एंबुलेंस के बारें में नहीं जानकारी
वैसे तो जिला मुख्यालय पर महज दो ही 108 एंबुलेंस का संचालन होता है। जबकि करीब 3-4 एंबुलेंस जिला अस्पताल के पास भी है, लेकिन इन एंबुलेंस का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। कोई बड़ी दुर्घटना हो गई तो उक्त एंबुलेंस मौके पर पहुंचकर घायलों को उपचार के लिए अस्पताल लाती है। वहीं अस्पताल से गंभीर मरीज जिन्हें दूसरे शहर के बड़े अस्पतालों में रैफर किया जाता है जिला अस्पताल की उक्त एंबुलेंस यही कार्य में आती है। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि आपात स्थिति में वे किसे फोन करके एंबुलेंस बुलवाए इसकी भी उन्हें जानकारी नहीं है।

बीएलएस दो माह से तो एएलएस एक सप्ताह से बंद
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय पर दो 108 एंबुलेंस हैं। इसमें एक (बीएलएस) एंबुलेंस तो विगत करीब 2 माह से ज्यादा समय से खराब पड़ी है। बताया जाता है कि उक्त एंबुलेंस को ठीक करवाने के लिए देवास में गैरेज पर भेजा गया है। अभी तक वहां से उक्त एंबुलेंस ठीक होकर शाजापुर नहीं पहुंची है। वहीं दूसरे 108 एंबुलेंस (एएलएस) भी पिछले करीब एक सप्ताह से बंद पड़ी हुई है। बार-बार इस एंबुलेंस में परेशानी आ रही है। पिछले कुछ समय से उक्त एंबुलेंस को ठीक कराने पर 3-4 दिन उससे काम होता है फिर वो खराब हो जाती है।

इनका कहना है
जिला मुख्यालय पर संचालित दोनों 108 एंबुलेंस लगातार उपयोग में आ रही है। लगातार चलने के कारण उक्त एंबुलेंस में कुछ परेशानी आ जाती है। जिसे समय-समय पर दुरुस्त कराया जाता है। वर्तमान में एक 108 एंबुलेंस को देवास में गैरेज पर ठीक कराया जा रहा है। एक-दो दिन में उक्त एंबुलेंस मुख्यालय पर आ जाएगी। दूसरी एंबुलेंस का शॉफ्ट टूट गया है। इसके चलते उसे भी ठीक कराया जा रहा है। उक्त एंबुलेंस भी एक-दो दिन में फिर से चलने लगेगी।
– यासिर खान, मेंटनेंस इंचार्ज, 108 एंबुलेंस, जिला-शाजापुर

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