टीकाकरण के रूप में महामारी से बचने का मौका मिला है, फिर क्यों हम इससे दूर हैं, क्यों अब भी शत-प्रतिशत टीकाकरण नहीं हो पाया और क्यों हम टीके से दूर रहकर अपनों के लिए खतरा बन रहे हैं।
जिले में अभी भी करीब 10 प्रतिशत लोगों ने कोरोना रोधक टीके का पहला व 14 प्रतिशत लोगों दूसरा डोज नहीं लगवाया है। यह स्थिति तब है जब टीका लगवाने की प्रक्रिया न सिर्फ सरल बल्कि घर पहुंच तक सुलभ कर दिया गया है। टीके से कुछ लोगों की यह दूरी जिलो को पूर्णतः सुरक्षित होने से रोक रही है। वह भी तब जब प्रदेश व आसपास के जिलों में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। गनीमत हैं कि फिलहाल जिले में स्थिति नियंत्रित है, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही के कारण समाज की खुशियों पर कभी भी बंधन लगना शुरू हो सकते हैं। ऐसे में अब उन लोगों को आगे आने की जरूरत हैं जिन्होंने अभी तक कोरोना रोधक टीका नहीं लगवाया या दूसरे डोज की अवधि शुरू होने के बाद भी इसे नहीं लिया है।
जिले में आज टीकाकरण
कोरोना को हराने जिले में सोमवार को जिले में 150 केंद्रों
पर टीकाकरण किया जा रहा है। टीका लगवाने के लिए प्री-बुकिंग की आवश्यकता नहीं है। शहर में 4 केन्द्रों पर कोवेक्सीन व कोविशिल्ड के फर्स्ट और सेकंड डोज लगाए जाएंगे। साथ ही, मोबाईल टीमें भी कार्यरत रहेंगी।
वैक्सीन की अनिवार्यता समझें लोग
शाजापुर टीकाकरण अधिकारी डॉ. दीपक पिप्पल का कहना है कि, नागरिक वैक्सीनेशन के प्रति गंभीर हों। जिन लोगों ने अभी तक टीके का प्रथम डोज नहीं लगवाया है, वे तत्काल अपने निकट के टीकाकरण केंद्र पहुंचकर टीका लगवाएं। जिनका डोज लंबित है, वे दूसरा लगवाएं। शहर में टीकाकरण केंद्र स्थापित हैं। साथ ही, मोबाइल टीम भी सक्रीय हैं। नागरिक इनका लाभ लें और अपने, परिवार, शहर और देश हित में टीकाकरण अनिवार्य रूप से कराएं।
फैक्ट फाइल
-जिले में टीकाकरण का लक्ष्य 7 लाख 4 हजार
-पहला डोज लगवा चुके लोग 6 लाख 30 हजार
-दोनो डोज लगवा चुके लोगों की संख्या 5 लाख 50 हजार
टीकाकरण के लिए इतनी सुविधाएं
-जिले के पास पर्याप्त डोज उपलब्ध हैं।
-कहीं भी लंबी कतार में लगने या अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार करने की जरूरत नहीं।
-ऑनलाइन प्री-बुकिंग की जरूरत नहीं, सीधे सेंटर पर पहुंच टीकालगवा सकते हैं।
-मोबाइल टीम उपलब्ध। इनकी मदद से बुजुर्ग, दिव्यांग व अन्य जरूरतमंद घर पर टीका लगवा सकते हैं।
इन कदमों से समझे, टीका कितना महत्वपूर्ण है
-वेतन के लिए टीका लगवाना अनिवार्य किया ताकि अपने अधिकारी-कर्मचारी और उनके परिजन सुरक्षित रहें।
-राशन के लिए टीका लगवाना अनिवार्य किया ताकि हितग्राही समझे कि सुरक्षित जीवन के लिए यह भी भोजन की तरह जरूरी है।
-सफर के लिए टीकाकरण अनिवार्य किया ताकि हमारे साथ महामारी का परिवहन न हो।
-दुकान-ऑफिस में कर्मचारियों का टीकाकरण अनिवार्य किया ताकि सभी को सुरक्षित माहौल मिले।
-टीम को घर-घर दस्तक देकर टीकाकरण के लिए प्रेरित करना पड़ रहा है ताकि किसी दरवाजे पर संक्रमण दस्तक न दें।
जब हजारों फैंस के बीच घिर गए अभिनेता गोविंदा, देखें वीडियो