scriptIn Shajapur's Gulana, a retired soldier took a fake signature and got | शाजापुर के गुलाना में सेवानिवृत्त सैनिक ने किए फर्जी हस्ताक्षर कर लिया भूखंड का पट्टा! | Patrika News

शाजापुर के गुलाना में सेवानिवृत्त सैनिक ने किए फर्जी हस्ताक्षर कर लिया भूखंड का पट्टा!

locationशाजापुरPublished: Mar 04, 2023 01:47:01 am

Submitted by:

Ashish Sikarwar

सेवानिवृत्त सैनिक ने तहसीलदार के नकली हस्ताक्षर से ग्राम पंचायत गुलाना की आवासीय भूमि पर फर्जी तरीके से पट्टा हासिल करने का मामला सामने आया है। तलसीलदार के पत्र के बाद कलेक्टर दिनेश जैन ने जांच कराई और दोषियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया।

शाजापुर के गुलाना में सेवानिवृत्त सैनिक ने किए फर्जी हस्ताक्षर कर लिया भूखंड का पट्टा!
सेवानिवृत्त सैनिक ने तहसीलदार के नकली हस्ताक्षर से ग्राम पंचायत गुलाना की आवासीय भूमि पर फर्जी तरीके से पट्टा हासिल करने का मामला सामने आया है। तलसीलदार के पत्र के बाद कलेक्टर दिनेश जैन ने जांच कराई और दोषियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया।

गुलाना/शाजापुर. सेवानिवृत्त सैनिक ने तहसीलदार के नकली हस्ताक्षर से ग्राम पंचायत गुलाना की आवासीय भूमि पर फर्जी तरीके से पट्टा हासिल करने का मामला सामने आया है। तलसीलदार के पत्र के बाद कलेक्टर दिनेश जैन ने जांच कराई और दोषियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया।
गुलाना तहसील के एडवोकेट हरीश परमार के छोटे भाई भूतपूर्व सैनिक सुनील पिता भागीरथ परमार ने 23 मार्च 2016 को आवासीय भूखंड के लिए तहसील कार्यालय में पहली बार आवेदन दिया। लंबे समय तक भूखंड का पट्टा न मिलने पर 1 जनवरी 2021 को दोबारा आवेदन दिया। इसके 56 दिन बाद 26 फरवरी 2021 को आवेदक के नाम आवासीय भूखंड का आदेश पारित होने की जानकारी दी गई, जबकि इस दिन तहसीलदार राजाराम करजरे ने गुलाना से रीलिव होकर शाजापुर तहसील कार्यालय में जॉइनिंग दी। प्रकरण के खसरा भूअभिलेख में अमल के दौरान दस्तावेज जांचे तो करजरे के फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आया। इसकी करजरे ने एसडीएम शाजापुर को शिकायत की है। हालांकि पूर्व सैनिक और उसके भाई का कहना है कि हस्ताक्षर तहसीलदार के ही हैं।

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