शाजापुर. पूर्व मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा पर कांग्रेस ने एक बार फिर भरोसा जताया है। वे लगातार सातवीं बार शाजापुर विधानसभा से कराड़ा उम्मीदवार चुने गए। कराड़ा लगातार चार बार विधायक बने हैं। यही नहीं सरकार में ऊर्जा एवं खनिज मंत्री भी रहे। २०१३ के विधानसभा चुनाव में कराड़ा मात्र १९३८ वोट से चुनाव हार गए थे। कराड़ा पहली बार १९९० में कांग्रेस के उम्मीदवार बने थे। पहला चुनाव हारने के बाद लगातार चार बार शाजापुर से विधायक रहे थे। प्रोफेशन : खेती-किसानी व राजनीति। शैक्षिक योग्यता: स्नातक सोशल मीडिया : समर्थकों के साथ अब सक्रिय हुए हैं। पहचान : पूर्व मंत्री एवं ईमानदार नेता के रूप में। कोई भी आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं। राजनीतिक अनुभव : नवीन कॉलेज में छात्रनेता के रूप में राजनीति की शुरुआत। जनपद एवं जिला पंचायत अध्यक्ष। कॅरियर का ग्राफ : जिला पंचाायत अध्यक्ष बनने के बाद लगातार चार बार चुनाव जीते। रिकॉर्ड : लगातार चार बार शाजापुर विधानसभा से विधायक। आजादी के बाद से शाजापुर से एकमात्र बनने वाले मंत्री। लाइफ स्टाइल : मुख्य रूप से धोती कुर्ता एवं किसानी पहनावा। ठिया : सारंगपुर स्थित फैक्ट्री क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या : लखुंदर और चीलर का लिंक नहीं होना, बेरोजगारी की चलते युवाओं को पलायन करना। फूड प्रोसेसिंग यूनिट नहीं होने से किसानों फलों के दाम कम मिलना। मेडिकल एवं इंजीनियरिंग क्षेत्र में शिक्षा का निम्न स्तर। छात्राओं ने ली मतदाता जागरुकता की शपथ शाजापुर. पत्रिका के मेरा वोट मेरा संकल्प अभियान से जुड़ते हुए शनिवार को आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने सामूहिक रूप से मतदाता जागरुकता की शपथ ली। छात्रावास स्टाफ मौजूद रहा। सभी ने स्वच्छ राजनीति के लिए निष्पक्ष होकर मतदान करने का संकल्प भी लिया। पत्रिका अभियान के तहत शनिवार को हाइवे पर स्थित छात्रावास की छात्राओं ने शपथ ली। इस दौरान आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक निशा मेहरा ने छात्राओं को स्वच्छ राजनीति के लिए निष्पक्ष होकर मतदान करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान के लिए जागरुक करने की शपथ दिलवाई।