नपा ने इसलिए दी मांगलिक भवन की मंजूरी
शहर के मध्य वार्ड 16 में बरसों पुराना एक कांजी हाउस बना हुआ है। नगर पालिका परिषद का मानना है कि इस कांजी हाउस में गायों को कभी-कभी ही लाकर रखा जाता है, शेष समय ये खाली ही पड़ा रहता है। ऐसे में नपा ने इस कांजी हाउस के स्थान पर मांगलिक भवन निर्माण की प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति के लिए प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को भी परिषद के सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जताते हुए पास कर भी कर दिया। साथ ही शहर के बीच मांगलिक भवन बनने से विभिन्न शासकीय, अशासकीय, धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए भवन की उपलब्धता रहेगी। जिसका लाभ सभी को मिल सकेगा।
दूसरे स्थान पर बनाएंगे गोशाला
इधर मामले में नगर पालिका सीएमओ भूपेंद्रकुमार दीक्षित ने बताया कि कांजी हाऊस तोडकर मांगलिक भवन बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे मंजूरी मिल चुकी है। अभी कांजी हाऊस में गायों का उपचार होता है। कांजी हाऊस तोडऩे के पहले शहर में दूसरे स्थान पर गोशाला बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लालबाई-फूलबाई माता मंदिर मार्ग पर बना ट्रेचिंग ग्राउंड खाली हो चुका है, यहां १००-१५० गायें रखने के लिए गोशाला बनाई जाएगी। उसके तैयार होने के बाद ही कांजी हाऊस तोड़ा जाएगी। जिससे गायों को कोई परेशानी नहीं होगी।
गोशाला जरूरी, क्षेत्र में अनेक मांगलिक भवन
गोरक्षा टीम ने सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि नगर पालिका द्वारा कांजी हाउस को तोडक़र मांगलिक भवन बनाने की योजना बनाई गई है। जबकि उक्त क्षेत्र में पहले से ही धर्मशाला व मंगलिक भवन मौजूद है। उस स्थान पर मांगलिक भवन की किसी प्रकार की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन गायो के लिए उक्त स्थान अतिआवश्यक है। यदि उक्त स्थान पर नगर पालिका द्वारा मांगलिक भवन बना दिया गया तो बीमार, घायल गाय को रहने के लिए व उपचार के बाद रखने के लिए नगर में कहीं पर भी कोई स्थान नहीं हैं। ऐसे में अनेक बीमार-घायल गायों की मौत हो जाएगी।
स्वयं के खर्च से करते है उपचार
गोरक्षा टीम सदस्य मनोज गवली ने बताया कि कांजी हाऊस में बीमार, दुर्घटनाग्रस्त और बच्चों वाली गायों को रखकर उपचार दिया जाता है। कांजी हाऊस टूट गया तो ये कहां जाएगी। अभी वर्तमान में ६ गायें छोटे बच्चों के साथ है। ५ गायों को इंजेक्शन लग रहे हैं, ११ गायों एक्सीडेंटल जिनका उपचार चल रहा है। इस तरह करीब ५० गायें कांजी हाऊस में मौजूद है। इन गायों का उपचार से लेकर पशुओं का चारा, साफ-सफाई व्यवस्था सहित अन्य खर्च स्वयं गोरक्षा टीम उठाती है।
इनका कहना
कांजी हाऊस को तोडक़र मांगलिक भवन बनाया जाएगा, तो बीमार, घायल को रखने के लिए शहर में कोई जगह नहीं है। नगर पालिका को ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि वह कांजी हाऊस यथावत रखे, वहां मांगलिक भवन की आवश्यकता नहीं है।
– मनोज गवली, गोरक्षा टीम
गोरक्षा टीम के सदस्यों ने ज्ञापन दिया है। उनसे कहा है कांजी हाऊस तोडऩे से पहले दूसरे स्थान पर गोशाला बनाई जाएगी, जिसमें १००-१५० गाये रखी जा सके। जिससे कोई परेशानी कोई परेशानी नहीं होगी।
– भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ नगर पालिका