उपाध्यक्ष व पार्षदों ने गिनाई परेशानी
सभाकक्ष में तय समय पर पहुंचे नपाध्यक्ष सहित अन्य के बीच सबसे पहले विधायक प्रतिनिधि बने जितेंद्र मीणा का पुष्पहार से स्वागत किया गया। इसके बाद नपा उपाध्यक्ष मनोहर विश्वकर्मा ने सीएमओ को अलग-अलग आवेदन सौंपते हुए कहा कि उनके वार्ड में स्पीड ब्रेकर नहीं बने इसके लिए चार बार आवेदन दिए है। नल गंदा पानी आ रहा है। इसका निराकरण किया जाए। उपाध्यक्ष के इन आवेदनों पर शीघ्र निराकरण करने की बात सीएमओ भूपेंद्रकुमार दीक्षित ने कही। वार्ड 28 की पार्षद भावना गोयल ने सीएमओ को बताया कि उनके वार्डमें पानी की समस्या इतनी ज्यादा गंभीर हो गई है कि वार्डवासी उनका पूतला जला देंगे।
सीएमओ ने कहा कि पानी की समस्या का एक सप्ताह के अंदर निराकरण कर दिया जाएगा। वार्ड25 के पार्षद मूलचंद जाटव ने सीएमओ से कहा कि उनके वार्डमें ठेकेदार निर्माण कार्यनहीं कर रहा है तो उसका टेंडर निरस्त कर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाए। स्ट्रीट लाइट की मांग कुछ अन्य पार्षदों ने की इस पर सीएमओ ने बताया कि 35 लाइट आ गई है 35 लाइट और मिलने वाली है। इससे काफी हद तक समस्या का निराकरण हो जाएगा।
भाजपा ने किया हंगामा, विरोध जताते सभाकक्ष से गए बाहर
शाजापुर. बजट प्रस्तुत करने के बाद परिषद के समक्ष शहर विकास से जुड़े कुल 13 प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखे गए। पहले दो बिंदू जिसमें आय-व्यय पत्रक प्रस्तुत करने और महुपुरा चौराहा से छोटा चौक तक डामरीकरण कार्य के स्थान परिवर्तन एवं प्राप्त दर स्वीकृति पर विचार के मुद्दे तक तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन इसके बाद जैसे ही सीएमओ दीक्षित ने तीसरे मुद्दे युसुफिया दरगाह गेट से हाईमास्ट तक दोनों ओर सीसी रोड प्राक्कलन पर विचार को स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया। तभी भाजपा के कुछ पार्षदों ने इस पर आपत्ति लेते हुए कहा कि यही मुद्दा 7वें नंबर पर भी है। इसलिए इसे हटाया जाए।
इसी दौरान नपा उपाध्यक्ष विश्वकर्मा ने कहा कि इसके प्राक्कलन पर कोई स्वीकृति नहीं होगी। मेरे सहित समस्त भाजपा के पार्षदों का इस पर विरोध है। उपाध्यक्ष को सीएमओ ने कहा कि ये मुख्य मार्ग है और काम चल रहा है। यदि स्वीकृति नहीं दी गई तो काम अधूरा ही रह जाएगा, लेकिन उपाध्यक्ष ने कहा कि उनके वार्ड में भी काम अधूरा पड़ा है। इस बात को लेकर कांग्रेसी पार्षद प्राक्कलन की स्वीकृति करने और भाजपाई इसके विरोध में आ गए। कुछ ही देर में यहां सभी के बीच बहस और हंगामा शुरू हो गया। इस पर सीएमओ ने उपाध्यक्ष से कहा कि हाथ उठाकर बताएं कौन-कौन इसके विरोध में है। ऐसे में सीएमओ ने उपाध्यक्ष के नाम सहित कुछ अन्य वार्ड के नाम आपत्ति के लिए लिखे, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी। कांग्रेस के पार्षदों के उक्त मुद्दे को स्वीकृत कराने की बात कहने पर नपा उपाध्यक्ष, बैठक में मौजूद भाजपा के पार्षद, सांसद और विधायक प्रतिनिधि, एल्डरमेन सभाकक्ष से बाहर निकल गए। सभाकक्ष से बाहर आने के बाद नपा के गलियारे में भाजपाईयों ने सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।
सभाकक्ष में तय समय पर पहुंचे नपाध्यक्ष सहित अन्य के बीच सबसे पहले विधायक प्रतिनिधि बने जितेंद्र मीणा का पुष्पहार से स्वागत किया गया। इसके बाद नपा उपाध्यक्ष मनोहर विश्वकर्मा ने सीएमओ को अलग-अलग आवेदन सौंपते हुए कहा कि उनके वार्ड में स्पीड ब्रेकर नहीं बने इसके लिए चार बार आवेदन दिए है। नल गंदा पानी आ रहा है। इसका निराकरण किया जाए। उपाध्यक्ष के इन आवेदनों पर शीघ्र निराकरण करने की बात सीएमओ भूपेंद्रकुमार दीक्षित ने कही। वार्ड 28 की पार्षद भावना गोयल ने सीएमओ को बताया कि उनके वार्डमें पानी की समस्या इतनी ज्यादा गंभीर हो गई है कि वार्डवासी उनका पूतला जला देंगे।
सीएमओ ने कहा कि पानी की समस्या का एक सप्ताह के अंदर निराकरण कर दिया जाएगा। वार्ड25 के पार्षद मूलचंद जाटव ने सीएमओ से कहा कि उनके वार्डमें ठेकेदार निर्माण कार्यनहीं कर रहा है तो उसका टेंडर निरस्त कर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाए। स्ट्रीट लाइट की मांग कुछ अन्य पार्षदों ने की इस पर सीएमओ ने बताया कि 35 लाइट आ गई है 35 लाइट और मिलने वाली है। इससे काफी हद तक समस्या का निराकरण हो जाएगा।
भाजपा ने किया हंगामा, विरोध जताते सभाकक्ष से गए बाहर
शाजापुर. बजट प्रस्तुत करने के बाद परिषद के समक्ष शहर विकास से जुड़े कुल 13 प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखे गए। पहले दो बिंदू जिसमें आय-व्यय पत्रक प्रस्तुत करने और महुपुरा चौराहा से छोटा चौक तक डामरीकरण कार्य के स्थान परिवर्तन एवं प्राप्त दर स्वीकृति पर विचार के मुद्दे तक तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन इसके बाद जैसे ही सीएमओ दीक्षित ने तीसरे मुद्दे युसुफिया दरगाह गेट से हाईमास्ट तक दोनों ओर सीसी रोड प्राक्कलन पर विचार को स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया। तभी भाजपा के कुछ पार्षदों ने इस पर आपत्ति लेते हुए कहा कि यही मुद्दा 7वें नंबर पर भी है। इसलिए इसे हटाया जाए।
इसी दौरान नपा उपाध्यक्ष विश्वकर्मा ने कहा कि इसके प्राक्कलन पर कोई स्वीकृति नहीं होगी। मेरे सहित समस्त भाजपा के पार्षदों का इस पर विरोध है। उपाध्यक्ष को सीएमओ ने कहा कि ये मुख्य मार्ग है और काम चल रहा है। यदि स्वीकृति नहीं दी गई तो काम अधूरा ही रह जाएगा, लेकिन उपाध्यक्ष ने कहा कि उनके वार्ड में भी काम अधूरा पड़ा है। इस बात को लेकर कांग्रेसी पार्षद प्राक्कलन की स्वीकृति करने और भाजपाई इसके विरोध में आ गए। कुछ ही देर में यहां सभी के बीच बहस और हंगामा शुरू हो गया। इस पर सीएमओ ने उपाध्यक्ष से कहा कि हाथ उठाकर बताएं कौन-कौन इसके विरोध में है। ऐसे में सीएमओ ने उपाध्यक्ष के नाम सहित कुछ अन्य वार्ड के नाम आपत्ति के लिए लिखे, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी। कांग्रेस के पार्षदों के उक्त मुद्दे को स्वीकृत कराने की बात कहने पर नपा उपाध्यक्ष, बैठक में मौजूद भाजपा के पार्षद, सांसद और विधायक प्रतिनिधि, एल्डरमेन सभाकक्ष से बाहर निकल गए। सभाकक्ष से बाहर आने के बाद नपा के गलियारे में भाजपाईयों ने सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।