कलेक्टर डॉ. रावत सोमवार को जिला अधिकारियों की बैठक लेकर समय-सीमा पत्रों, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, समाधान ऑनलाइन से प्राप्त शिकायतों के निराकरण की समीक्षा कर रहे थे। कलेक्टर ने समय-सीमा पत्रों की समीक्षा करते हुए ‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना’ अंतर्गत जिला सहकारी बैंक की ओर से की गई कार्रवाई पर कलेक्टर ने प्रसन्नता व्यक्त की। ग्रामीण क्षेत्रों मे दुकान विहीन ग्राम पंचायतों में उचित मूल्य की दुकान खोलने की कार्रवाई शीघ्र संपन्न करने के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए गए। पोलायकलां के ग्राम खड़ी निवासी सेवाराम की भूमि पर सडक़ बनाने और मुआवजा राशि प्रदान करने के संबंध में कलेक्टर ने लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री को त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा। कालापीपल तहसील के ग्राम नांदनी स्थित शासकीय रेशम केन्द्र की भूमि पर चंदरसिंह मेवाड़ा और गोपालसिंह मेवाड़ा द्वारा किए गए अवैध कब्जे की शिकायत का निराकरण करने के लिए कलेक्टर ने एसडीएम शुजालपुर को निर्देश दिए। वेतन निर्धारण अनुमोदन के कार्य की समीक्षा के दौरान जिला पेंशन अधिकारी आरबी धाकड़ ने बताया कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग द्वारा कार्रवाई में तेजी नहीं लाई जा रही है। कलेक्टर ने संबंधित विभागों के लेखापालों को उनके समक्ष उपस्थित होने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत प्राप्त शिकायतों के निराकरण की भी समीक्षा की गई। साथ ही कलेक्टर ने पौधारोपण के लिए विभिन्न विभागों को दिए गए लक्ष्य की पूर्ति की भी जानकारी ली। वन विभाग द्वारा 15000 प्लांटेशन के लक्ष्य के विरुद्ध 19900 की पूर्ति करने पर विभाग को बधाई दी। शेष विभागों को भी लक्ष्य से अधिक पौधे लगाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जलशक्ति अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टर ने सभी नगरीय निकायों के सीएमओ को घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए कहा। इस मौके पर एनआइसी के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी मनीष खत्री ने ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। कलेक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत शिविर स्थल के आसपास के कलस्टर में दर्शित ग्रामों का शिविर लगने के पहले ही दौरा कर लें और आमजनों की समस्याओं का यथोचित निराकरण करें। इस अवसर पर जिला पंचायत सीइओ शिवानी वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।