दुर्घटना का भी रहता है खतरा
खराब सडक़ के कारण एक ओर जहां लोगों को यहां से गुजरने मेें परेशानी हो रही है, वहीं दूसरी ओर दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है। बारिश मेें ये समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। सडक़ के गड्ढों में पानी भर जाने के कारण इससे बचने के प्रयास में हादसों की आशंका और भी ज्यादा बढ़ गई है। इसके अतिरिक्त पानी भरा रहने से उक्त स्थानों पर कीचड़ की भी समस्या का सामना लोगों को करना पड़ता है।
कभी बारिश तो कभी आचार संहिता के चलते अटका काम
शहरवासियों का कहना है कि मंजूरी मिलने के बाद भी शहर की सडक़ों का संधारण नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि कभी बारिश पूर्व ही सडक़ों के मरम्मत के लिए टेंडर जारी हो चुके है। लेकिन बारिश होने से काम अटक गया था, इसके बाद चुनावी आचार संहिता लगने के बाद काम नहीं हो पाया। जिससे शहरवासियों को अभी भी धूल व गड्ढों भरी सडक़ों से गुजरना पड़ रहा है।
इनका कहना
शहर की आंतरिक सडक़ों के पैचवर्क के लिए टेंडर जारी किया हुआ है। जल्द ही उनका संधारण कराया जाएगा। मीरकला, किलारोड, छोटा चौक आदि क्षेत्र में डामरीकरण किया जाएगा।
– भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ-शाजापुर