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शहर की जख्मी सडक़ों पर नहीं लग रहा मरहम

locationशाजापुरPublished: Feb 03, 2019 09:57:21 pm

Submitted by:

Gopal Bajpai

टेंडर होने के बाद भी नहीं हुआ सडक़ों का संधारण, करीब एक साल अटका संधारण का कार्य

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शहर की जख्मी सडक़ों पर नहीं लग रहा मरहम

शाजापुर.
शहर के अंदरूनी मार्गों की हालत गांव की पगडंडी जैसी हो गई। जो पूरी तरह गड्ढों में समा गई है। शहर के प्रमुख मार्गों से सडक़े गायब है और गड्ढों ने अपनी जगह बना ली है। इससे शहरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बड़े-बड़े गड्ढे होने से दिनभर उड़ते धूल के गुबार दुकान संचालकों के परेशानी बने है, तो आए दिन गड्ढों के कारण दुर्घटना होना आम बात हो गई है। खास बात यह है कि इन सडक़ों के संधारण की स्वीकृती ११ माह पहले मिल चुकी है। टेंडर भी हो चुके है। लेकिन इनका संधारण अभी नहीं हो पाया। आसपास रहे रहवासी दुकान बताते हैं कि एक साल से सुनने में आ रहे है कि सडक़ का निर्माण होगा लेकिन अभी तक गड्ढे भी नहीं भरे गए हैं। जिससे दिनभर धूल उड़ती रहती है। लेकिन नगर पालिका को कोई फिक्र नहीं है।
शहर के किला रोड, सोमवारिया गेट के आसपास, छोटा चौक, मीरकला बाजार सहित अन्य स्थानों पर सडक़ पर बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे थे। करीब ७ माह पहले नगर पालिका ने शहर के कुछ स्थानों पर शहर की सडक़ों पर पैचवर्क का कार्य शुरू किया था, लेकिन कुछ स्थानों पर काम होने के बाद अभी तक इन क्षेत्रों का कम अटका हुआ है। खास बात यह है कि नगरपालिका भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में खराब सडक़ से हर दिन लोगों को गुजरने में परेशानी हो रही है।
बता दें कि मार्च २०१८ में नगर पालिका परिषद की बैठक में प्रस्तुत बजट में नपा ने मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचनात्क योजना के तहत करा़ेडों रुपए के कार्य कराए जाने का प्रस्ताव पास किए थे। इन कामों में सडक़ों की मरम्मत भी शामिल थी, जिसे करीब सवा करोड़ रुपए से ठीक कराए जाने का प्रावधान किया था। इसके बाद शहर के विभिन्न मार्गों के संधारण के लिए टेंडर भी हुए। लेकिन कुछ हिस्सों के कार्य होने के बाद किला रोड, मीरकला बाजार, छोटा चौक आदि स्थानों पर सडक़ों की मरम्मत नहीं कराई गई। ऐसे में शहरवासी खासे परेशान हैं। जानकारों का कहना है कि वर्तमान में शहर के अंदरूनी मार्गों की स्थिति ठीक नहीं है। सडक़ों से डामर गायब हो गया तो गड्ढे ही गड्ढे हो चुके हैं। नपा पिछले कई महीनों से सडक़ों की स्थिति ठीक नहीं करा सकी है।

दुर्घटना का भी रहता है खतरा
खराब सडक़ के कारण एक ओर जहां लोगों को यहां से गुजरने मेें परेशानी हो रही है, वहीं दूसरी ओर दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है। बारिश मेें ये समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। सडक़ के गड्ढों में पानी भर जाने के कारण इससे बचने के प्रयास में हादसों की आशंका और भी ज्यादा बढ़ गई है। इसके अतिरिक्त पानी भरा रहने से उक्त स्थानों पर कीचड़ की भी समस्या का सामना लोगों को करना पड़ता है।

कभी बारिश तो कभी आचार संहिता के चलते अटका काम
शहरवासियों का कहना है कि मंजूरी मिलने के बाद भी शहर की सडक़ों का संधारण नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि कभी बारिश पूर्व ही सडक़ों के मरम्मत के लिए टेंडर जारी हो चुके है। लेकिन बारिश होने से काम अटक गया था, इसके बाद चुनावी आचार संहिता लगने के बाद काम नहीं हो पाया। जिससे शहरवासियों को अभी भी धूल व गड्ढों भरी सडक़ों से गुजरना पड़ रहा है।

इनका कहना
शहर की आंतरिक सडक़ों के पैचवर्क के लिए टेंडर जारी किया हुआ है। जल्द ही उनका संधारण कराया जाएगा। मीरकला, किलारोड, छोटा चौक आदि क्षेत्र में डामरीकरण किया जाएगा।
– भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ-शाजापुर

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