उल-जुलुल बयानों पर दर्शक देर रात तक गुदगुदाते रहे। ये सबकुछ हुआ शनिवार रात को स्थानीय आजाद चौक में होली उत्सव समिति की ओर से आयोजित टेपा सम्मेलन में। पांच दिवसीय होली उत्सव के कार्यक्रम के दौरान चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति ने शनिवार रात को आजाद चौक में टेपा सम्मेलन का आयोजन किया। इस आयोजन में मुख्य रूप से पूर्व विधायक पुरुषोत्तम चंद्रवंशी, बाबूखान खरखरे, राजनारायण चौहान, किरण ठाकुर, रामचंद्र भावसार, पार्षद राजेश पारछे, अरुण व्यास, जॉय शर्मा आदि गणमान्य उपस्थित थे।
कलेक्टर-एसपी ने लगाए ठुमके खाकी पर चढ़ा होली का रंग
शाजापुर. मुस्तैदी से ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी रविवार को अलग ही रंग में नजर आए। इन पर खाकी का नहीं होली का रंग सर चढ़कर बोल रहा था और पुलिस जवानों ने जमकर होली खेली। पुलिसकर्मियों का उत्साह उस समय और बढ़ गया जब उनके कप्तान और कलेक्टर भी उनकी मस्ती में शामिल हो गए। पुलिसकर्मियों के साथ पानी की बौछारों और रंगों की मस्ती के बीच में कलेक्टर और एसपी ने जमकर ठुमके भी लगाए।
पुलिस की ओर से रविवार को पुलिस लाइन में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्रीकांत बनोठ, एसपी शैलेंद्रसिंह चौहान, एसडीओपी देवेंद्रकुमार यादव, आरआई आशीष तिवारी, यातायात प्रभारी पीके व्यास ने उपस्थित होकर सभी पुलिसकर्मियों को होली की शुभकामनाएं दी। होली पर्व के दौरान ड्यूटी पर तैनात रहने वाले पुलिस जवानों ने जमकर होली खेली। पहले एसपी बंगले और फिर कलेक्टर बंगले पर पहुंचे पुलिसवाले होली का नशा पुलिस पर रविवार सुबह से ही चढ़ा हुआ था।
एसडीओपी और आरआई ने मिलाए सुर
होली मिलन समारोह के दौरान सभी ने अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया। किसी ने अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन किया तो किसी ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। इस मस्ती में एसडीओपी और आरआई भी पीछे नहीं रहे और दोनों ने माईक थामकर अपनी अपनी आवाज से सभी को चकित कर दिया।
महापुरुषों के आदर्श से ही सीखी जा सकती है लाइफ स्टाइल
शुजालपुर. हमारे व्यक्तित्व के गठन में चित्त एवं मन के संस्कार ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये संस्कार एव हमारी पहचान परिवार से ही प्राप्त होती है। विदेशों में समाज की सबसे छोटी ईकाई व्यक्ति है, पर भारत में परिवार को ही समाज की सबसे छोटी इकाई माना गया है। जीव जगत एवं ईश्वर के प्रति दृष्टि देने का काम परिवार ही करता है।
उक्त उद्गार शालिगराम तोमर स्मृति व्याख्यान आयोजन समिति द्वारा आयोजित चतुर्थ वर्ष के व्याख्यान को सम्बोधित करते हुये प्रखर वक्ता, प्रभावी एवं श्रेष्ठ विचारक अवनीश भटनागर राष्ट्रीय मंत्री संस्कृति शिक्षा संस्थान कुरुक्षैत्र ने परिवार एवं जीवन मूल्य विषय पर व्यक्त किए। भटनागर ने कहा कि वाणी संयम, अर्थ संयम, समय संयम एवं स्वाद संयम को जीवन मे उतारना अत्यन्त आवश्यक है। चाहे स्वयं को या परिवार को कष्ट हो पर समाज को कष्ट न हो यह भाव, मानव मूल्य परिवार की ही देन है। आज का बालक उसके आदर्शो से फैशन स्टाइल तो सीख सकता है पर लाइफ स्टाइल तो महापुरुषो के आदर्श से ही सीखे जा सकते है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीरामचन्द्र चौबे स्मृति विद्यालय शुजालपुर के अध्यक्ष बलवंतराव पवांर ने की। कार्यक्रम की भूमिका डॉ. राजेन्द्र शास्त्री सेवा भारती जिला अध्यक्ष ने रखते हुये कहा कि स्व. तोमर का जीवन प्रेरणादायक एवं आदर्श रहा है। वे नि:स्वार्थ साधक , ध्येयवान व कर्मठ संगठनकर्ता एवं मार्गदर्शक रहे है। अतिथि स्वागत व्याख्यान समिति की सदस्य वंदना चौहान , डॉ. बी.एल.गुप्ता , बाबूलाल परमार एवं सरस्वती शिशु मंदिर की प्रबंध समिति के सदस्य अशोक अत्रे, विनेाद जैन, कमलकिशोर तिवारी, सुभाषचन्द्र गुहे ने शॉल, श्रीफ ल प्रदान कर किया गया। व्यक्तिगत गीत हर्षिता नागजी,वन्दे मातरम् की प्रस्तुति प्रिया , वैशाली एवं प्रियांशी तिवारी, संचालन प्रकाशचंद धनगर व आभार प्रदर्शन दीपक परमार ने माना।