बस स्टैंड के कॉम्प्लेक्स में नहीं है पार्किंग की व्यवस्था
शहर में करीब 4 दशक पहले बने बस स्टैंड के बाहर की तरफ करीब दो दर्जन से ज्यादा दुकानें बनी हुई हैं। इन दुकानों में शहरवासी अपना-अपना व्यापार संचालित करते हैं। जब यहां पर पार्किंग की स्थिति देखी जाए तो वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करना सभी की मजबूरी है। क्योंकि यहां पर वाहन पार्किंग के लिए कोई स्थान ही नहीं है।
जिस सड़क पर ये कॉम्प्लेक्स बना हुआ है उससे दिनभर वाहनों की आवाजाही के साथ ही बस स्टैंड पर पहुंचने वाली बसें भी गुजरती हैं। ऐसे में यहां पर यातायात का दबाव कुछ ज्यादा ही रहता है। इस पर दुकानों के सामने खड़े वाहनों के कारण ये सड़क संकरी नजर आती है। वाहन की संख्या ज्यादा होने पर यहां जाम लगता रहता है। इस जाम के कारण लोगों को दिनभर ही परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शहर में करीब 4 दशक पहले बने बस स्टैंड के बाहर की तरफ करीब दो दर्जन से ज्यादा दुकानें बनी हुई हैं। इन दुकानों में शहरवासी अपना-अपना व्यापार संचालित करते हैं। जब यहां पर पार्किंग की स्थिति देखी जाए तो वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करना सभी की मजबूरी है। क्योंकि यहां पर वाहन पार्किंग के लिए कोई स्थान ही नहीं है।
जिस सड़क पर ये कॉम्प्लेक्स बना हुआ है उससे दिनभर वाहनों की आवाजाही के साथ ही बस स्टैंड पर पहुंचने वाली बसें भी गुजरती हैं। ऐसे में यहां पर यातायात का दबाव कुछ ज्यादा ही रहता है। इस पर दुकानों के सामने खड़े वाहनों के कारण ये सड़क संकरी नजर आती है। वाहन की संख्या ज्यादा होने पर यहां जाम लगता रहता है। इस जाम के कारण लोगों को दिनभर ही परेशानी का सामना करना पड़ता है।
छोटा चौक में बैंक के बाहर सड़क पर खड़े होते हैं वाहन
शहर के छोटा चौक में दर्जनों दुकानें संचालित होती हैं। इन सभी दुकानों में से किसी के पास भी वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में दुकानदारों और इन पर आने वाले ग्राहकों के वाहन सड़क पर ही खड़े रहते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तो यहां मौजूद बैंक के कारण होती है। यहां पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा भी है।
बैंक में दिनभर आने वाले ग्राहक और बैंक के अधिकारी-कर्मचारियों के वाहन भी बैंक के सामने सड़क पर ही खड़े होते हैं। ऐसे में आधी से ज्यादा सड़क तक वाहनों की कतार लगने से यहां से पैदल गुजरना भी मुसीबत भरा हो जाता है। इस पर यहां से गुजरने वाले वाहनों के कारण यहां दिनभर जाम पल-पल लगता रहता है। हालात यह है कि अधिकांश लोग तो यहां से गुजरना तक पसंद नहीं करते है।
शहर के छोटा चौक में दर्जनों दुकानें संचालित होती हैं। इन सभी दुकानों में से किसी के पास भी वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में दुकानदारों और इन पर आने वाले ग्राहकों के वाहन सड़क पर ही खड़े रहते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तो यहां मौजूद बैंक के कारण होती है। यहां पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा भी है।
बैंक में दिनभर आने वाले ग्राहक और बैंक के अधिकारी-कर्मचारियों के वाहन भी बैंक के सामने सड़क पर ही खड़े होते हैं। ऐसे में आधी से ज्यादा सड़क तक वाहनों की कतार लगने से यहां से पैदल गुजरना भी मुसीबत भरा हो जाता है। इस पर यहां से गुजरने वाले वाहनों के कारण यहां दिनभर जाम पल-पल लगता रहता है। हालात यह है कि अधिकांश लोग तो यहां से गुजरना तक पसंद नहीं करते है।
प्राइवेट बिल्डिंग के सामने वाहन खड़े रहने से जाम
शहर के एक और मुख्य मार्ग नई सड़क पर वाहनों का दबाव सबसे ज्याद होता है। यहां पर गुजरने वाले वाहनों में दो पहिया से लेकर चार पहिया तक वाहन शामिल रहते है। इस मार्ग पर बैंक ऑफ इंडिया के समीप एक शॉपिंग कॉम्लेक्स बना हुआ है। यहां पर दुकानें तो संचालित हो रही है। साथ ही कुछ अन्य ऑफिस भी लगते है। ऐसे में यहां पर दिनभर लोगों की आवाजाही चलती रहती है। दुकान और ऑफिस के कर्मचारी अपने-अपने वाहनों को तो कॉम्पलेक्स के बाहर सड़क पर खड़े करते है। वहीं यहां पर आने वाले ग्राहक और अन्य लोग भी वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करते है। इस स्थिति के साथ नई सड़क का ये क्षेत्र में शहर में सबसे ज्यादा जाम लगने वाले क्षेत्रों में शामिल है। इस मार्ग की व्यवस्था सुधारने के लिए पूर्वमें प्रयास भी हुए, लेकिन अब इसकी ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है।
शहर के एक और मुख्य मार्ग नई सड़क पर वाहनों का दबाव सबसे ज्याद होता है। यहां पर गुजरने वाले वाहनों में दो पहिया से लेकर चार पहिया तक वाहन शामिल रहते है। इस मार्ग पर बैंक ऑफ इंडिया के समीप एक शॉपिंग कॉम्लेक्स बना हुआ है। यहां पर दुकानें तो संचालित हो रही है। साथ ही कुछ अन्य ऑफिस भी लगते है। ऐसे में यहां पर दिनभर लोगों की आवाजाही चलती रहती है। दुकान और ऑफिस के कर्मचारी अपने-अपने वाहनों को तो कॉम्पलेक्स के बाहर सड़क पर खड़े करते है। वहीं यहां पर आने वाले ग्राहक और अन्य लोग भी वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करते है। इस स्थिति के साथ नई सड़क का ये क्षेत्र में शहर में सबसे ज्यादा जाम लगने वाले क्षेत्रों में शामिल है। इस मार्ग की व्यवस्था सुधारने के लिए पूर्वमें प्रयास भी हुए, लेकिन अब इसकी ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है।