पहली बार पेट्रोल 85 पार
पेट्रोल पंप मैनेजर अजीज एहमद के मुताबिक शहर में कुल चार पेट्रोल पंप हैं। जहां पेट्रोल-डीजल को मिलाकर प्रतिदिन औसत 26 हजार लीटर की खपत होती है। जिनमें १५ हजार लीटर डीजल और ११ हजार लीटर पेट्रोल की खपत होती है। पिछले पांच दिनों में पेट्रोल अपने सर्वोच्च दाम पर पहुंच गया। ५ सितंबर को पेट्रोल के दाम 85.५१ रुपए एवं डीजल 75.६३ रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। यह अब तक की सबसे ज्यादा कीमतें हैं। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दाम के चलते ही आमजनों में नाराजगी भी है।
कांग्रेस ने धरना देकर जताया विरोध
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने के विरोध में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा सरकार का पुतला भी फूंका गया। इस दौरान कांग्रेस वक्ताओं ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को भाजपा सरकार की नकामी बताई। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार में पेट्रोल का दाम ६० रुपए होने पर हंगामा करने वाली भाजपा ने आज ८५ रुपए पार पेट्रोल के दाम पहुंचा दिए। संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता नरेश्वरप्रताप सिंह ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दामों में इतनी वृद्धि हो गई है कि लोगों का जीवन आर्थिक तौर पर प्रभावित हो रहा है। सरकार आंखे मूंदकर हाथ पर हाथ रखकर बैठी है। इस दौरान कांग्रेस नेता दीपक निगम ने कहा कि लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि जब कच्चे तेल के दाम कम हैं तो पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों बढ़ रहे हैं। पहले बाइक में २०० रुपए का पेट्रोल ५-६ दिन चलता था, लेकिन अब ३-४ दिन में ही पेट्रोल जल जाता है। सरकार की गलत नीतियों के चलते आमजन को आर्थिक भार सहना पड़ रहा है। बस स्टैंड धरना प्रदर्शन दोपहर १ बजे आयोजित किया गया। जिसमें अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी मौजूद रहे।