सपाक्स समाज, ब्राह्मण समाज, परशुराम सेना, करणी सेना सहित विभिन्न समाजों ने एकजुट होकर शहर में रैली निकाली और व्यापारियों से बंद का समर्थन मांगा। बंद को सफल बनाने के लिए एकत्रित होकर सपाक्स समाज सहित अन्य संगठनों के सदस्यों ने शहरभर में दुकानों पर पहुंचकर प्रत्येक व्यापारी से शांतिपूर्ण बंद को सफल बनाने का आग्रह किया।
अधिकांश निजी स्कूल रहे बंद
सपाक्स समाजजनों ने बताया एक्ट के विरोध में गुरुवार को जिले के अधिकांश निजी स्कूल बंद रहे। स्कूल संचालकों ने भी बंद के समर्थन को लेकर सहयोग किया। वहीं शासकीय स्कूलों में बच्चे कम ही पहुंचे। शिक्षक-शिक्षिकाओं को दिनभर ड्यूटी देना पड़ी। वहीं कुछेक शासकीय स्कूलों में शिक्षक आधे दिन के अवकाश पर रहे, बाकी समय आंदोलन का हिस्सा बने।
धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश
बंद एवं गणेश चतुर्दशी, डोल ग्यारस तथा मोहर्रम को लेकर जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर श्रीकांत बनोठ ने आगामी आदेश तक धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। यदि कोई व्यक्ति इस आदेश का उल्लंघन करेगा, तो धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई होगी। आदेश तत्काल प्रभावशील होकर आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा।
संशोधन होने तक करेंगे आंदोलन
सपाक्स प्रमुख हीरालाल त्रिवेदी ने कहा एक्ट में संशोधन होने तक आंदोलन जारी रहेगा। त्रिवेदी ने कहा कि सरकार के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने कहा हमारी तरफ से बंद का आह्वान नहीं किया है, लेकिन प्रदेश और देश के जो भी सवर्ण संगठन एट्रोसिटी एक्ट के खिलाफ भारत बंद करने जा रहे हैं, हम पूरी तरह से उनके साथ हैं।
4 बजे तक बंद रहे पेट्रोल पंप
पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप शाम 4 बजे तक बंद रखने का एलान किया था। पंप संचालक श्याम गिरी ने बताया सुरक्षा के दृष्टिगत पंप ४ बजे बाद खोले गए। इस दौरान कई लोगों को थोड़ी परेशानी उठानी पड़ी, हालांकि बड़ी संख्या में लोगों ने बुधवार को ही गाडिय़ों पेट्रोल में भरवा लिया था।
पुलिस ने रखी पैनी नजर
बंद को देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट रहा। जिले में भारी पुलिस बल तैनात रहा। शहर के संवेदनशील चौराहों पर पुलिस की टीम लगातार गश्त करती रही। सीसीटीवी कैमरों से भी बंद के दौरान निगरानी रखी गई। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने बुधवार शाम को शहर में फ्लैग मार्च निकाला था। एसपी शैलेंद्रसिंह चौहान, एएसपी गोपाल धाकड़, एसडीओपी पद्मसिंह बघेल, कोतवाली टीआई कुलवंत जोशी, लालघाटी टीआई केके चौबे, यातायात थाना प्रभारी पार्वती गौड़ सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।
आगर मालवा में भी रहा मुकम्मल बंद
एट्रोसिटी एक्ट को लेकर सपाक्स के आह्वान पर गुरुवार को नगर मुकम्मल बंद रहा। कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। बंद के समर्थन में व्यापारी, सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। सपाक्स जिलाध्यक्ष एलएन शर्मा सरोज ने बताया सामान्य, पिछड़ा, अल्पसंख्यक समाज द्वारा किए गए बंद के तहत दोपहर ३ बजे तक प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया था, जिसे सभी ने सहर्ष रूप से स्वीकारा और बंद सफल रहा।
30 सितंबर तक धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी
कलेक्टर अजय गुप्ता ने जिले में शांति बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत जिला की संपूर्ण राजस्व सीमा क्षेत्र में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। एसपी मनोज कुमार सिंह द्वारा प्रेषित किए पत्र के आधार पर आदेश जारी किए हैं। साथ ही सभी प्रकार के जुलूस, शोभायात्रा, मार्च, रैली, सामरोह, जलसा इत्यादि में किसी भी प्रकार के हथियार तथा लाठी, डंडा, समकक्ष हथियार को प्रतिबंधित किया है। आदेश 30 सितंबर तक प्रभावशील रहेगा।
कानड़. एट्रोसिटी एक्ट के विरोध मे गुरुवार को भारत बंद में कानड़ नगर भी बंद रहा। सूचना सपाक्स संगठन ने थाना प्रभारी को दी गई थी।
बड़ौद. एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में नगर के विभिन्न संगठनों व समाजों ने बड़ौद बंद का समर्थन किया। नगर के व्यापारी एवं रेस्टोरेंट एवं अन्य व्यवसायियों ने स्वर्ण समाज, पिछड़ा वर्ग, ब्राह्मण एवं अल्पसंख्यक वर्ग एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में व्यवसाय बंद रखकर बंद को सफल बनाया।
नलखेड़ा. सपाक्स संगठन, करणी सेना, परशुराम सेना, अल्पसंख्यक मोर्चा सहित सभी व्यापारी संगठन के लोगों ने नगर में घूमकर सभी से प्रतिष्ठान बंद रखने का आग्रह किया। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। इसमें एक्ट को हटाने व आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की मांग की गई।
नागदा में व्यापक बंद
एससी/एसटी एक्ट के विरोध में सर्व समाजजनों ने मंडी थाने पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। बंद के दौरान सर्व समाजजनों ने रैली निकाली, जो शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई कन्या शाला चौराहे पर संपन्न हुई। यहां सभा का आयोजन भी किया गया। रैली में एक्ट वापस लिए जाने को लेकर नारेबाजी भी हुई। प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा।