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बारिश ने निकाला किसानों के आंख से आंसू

locationशाजापुरPublished: Sep 23, 2018 12:08:17 am

Submitted by:

Lalit Saxena

खेतों में कटी सोयाबीन की फसलों को भारी नुकसान, शहर में बारिश का दौर जारी, बीते २४ घंटे में २ इंच से अधिक हुई बरसात, आज मौसम खुलने की संभावना

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शाजापुर. लंबे समय से थमा बारिश का दौर शुक्रवार से फिर लौट के आ गया। बीते २४ घंटे से शहर में बारिश का दौरा लगातार जारी है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी हुई। शहर में शनविार को भी रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। इस दौरान ५७ एमएम यानी २ इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। इस बारिश से खेतों में कटी हुई सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ, जबकि खड़ी फसल फिलहाल सुरक्षित है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार से मौसम खुल जाएगी। इसके बाद बारिश की संभावना कम है।
सावन माह के बाद से लोग चिलचिलाती धूप और गर्मी-उमस से परेशान थे। शुक्रवार शाम ६ बजे बाद से बारिश का दौर शुरु हुआ। इस दौरान रात में अधिक बारिश हुई। मौसम पर्यवेक्षक सत्येंद्र कुमार धनोतिया के मुताबिक मंकूट नामक तूफान आया था, जो समूद्र की ओर गया, जिससे देया तूफान उठकर आया। इसके चलते ३६ घंटे रुक-रुककर बारिश की संभावना जताई गई थी। धनोतिया ने बताया कि शुक्रवार शाम से शुरु हुआ बारिश का दौर रविवार को थम जाएगा। फिर बारिश की संभावना नहीं है।
बारिश बनी सोयाबीन के लिए मुसीबत
शहर सहित जिले में भर में रुक-रुककर हो रही इस बारिश से एक बार फिर किसानों को मौसम की मार झेलना पड़ी। बारिश के चलते खेत-खलिहानों में कटी हुई सोयाबीन की फसलों को नुकसान पहुंचा है। पानी लगने से सोयाबीन काली पड़ जाएगी। इस कारण्र इनका दाम घट जाएगा। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीआर अंबावतिया ने बताया कि इस बारिश से खेतों में खड़ी फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं है। लेकिन जो फसल कट चुकी है और खेत-खलिहान में रखी है, वह जरूरी प्रभावित होगी। कई किसानों ने खलिहानों की फसल को तो सुरक्षित कर लिया होगा, लेकिन खेतों में पड़ी फसलें गीली होने से प्रभावित हुई। उन्होंने बताया कि सोयाबीन की फसल कटने के बाद उसमें पानी लगने से उपज काली पड़ जाती है। गुणवत्ता बिगडऩे से सोयाबीन के दाम कम हो जाते हैं।
धूप में फसल सुखाने से कम होगा नुकसान
कृषि वैज्ञानिक अंबावतिया ने बताया कि जिस फसल पर पानी लग गया है। उनकी पलटी कर दें और मौसम खुलते ही धूप में सुखाएं, जिससे नुकसान कम हो सकता है। इधर बारिश शुरू होते ही कुछ किसानों ने खलिहानों पर रखी फसलों पर बरसाती से ढांक दिया, लेकिन खेतों की फसल की सुरक्षा संभव नहीं रही। बता दें कि सोयाबीन की फसल को लेकर किसान पहले ही चिंहित थे। पिछले दिनों सोयाबीन मे पीला पत्ता रोग और इल्लियों के चलते किसानों की फसले प्रभावित हुई है। जिले में लगभग ढाई लाख हैक्टेयर से अधिक सोयाबीन की फसल बोई गई है।
बारिश से तापमान में आई गिरावट
जो लोग पिछले कई दिनों से गर्मी में परेशान हो रहे थे, उन्हें इस बारिश से काफी राहत मिली है। एक ही दिन में ४ डिग्री दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। फिजा में ठंडक घुलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।
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