शाजापुरPublished: Jan 17, 2018 12:00:02 am
Gopal Bajpai
भोपाल रोड पर भोपाल से देवास की ओर आ रहे डॉक्टर दंपत्ति की कार सोमवार रात अनियंत्रित होकर बीआर रिसोर्ट के पास खाई में गिर गई। दुर्घटना में कार सवार महि
भोपाल रोड पर भोपाल से देवास की ओर आ रहे डॉक्टर दंपत्ति की कार सोमवार रात अनियंत्रित होकर बीआर रिसोर्ट के पास खाई में गिर गई। दुर्घटना में कार सवार महि
कालापीपल. भोपाल रोड पर भोपाल से देवास की ओर आ रहे डॉक्टर दंपत्ति की कार सोमवार रात अनियंत्रित होकर बीआर रिसोर्ट के पास खाई में गिर गई। दुर्घटना में कार सवार महिला डॉक्टर की मौत हो गई, जबकि पुरुष डॉक्टर गंभीर घायल हो गया। रात में घायलों को जिला अस्पताल देवास लाया गया। यहां से पुरुष डॉक्टर को इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल रेफर किया गया। हादसे की जानकारी मिलने पर दतिया से रिश्तेदार मंगलवार सुबह देवास पहुंचे और महिला डॉक्टर का शव पीएम के बाद ले गए। रात में ही उज्जैन से डीएसपी अरिवंद तिवारी अस्पताल पहुंच गए थे।
कोतवाली पुलिस के अनुसार महिला डॉक्टर अर्पणा (३५) पति आलोक दीक्षित के साथ कार एमपी १७ सीबी ३७४७ से भोपाल से देवास की तरफ आ रहे थे कि रास्ते में रात १०.३० बजे बीआर रिसोर्ट के पास कार अनियंत्रित होकर गिरते हुए पेड़ से जा टकराई। कार में सवार अर्पणा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि आलोक गंभीर घायल हो गए। डॉ. आलोक ने घायल अवस्था में साथी को मोबाइल लगाया और हादसे की जानकारी दी कि हमें बचा लो हम मर जाएंगे। सूचना मिलने पर कुछ ही देर में परिचत मौके पर पहुंचे। उससे पहले १०० डायल की मदद से जिला अस्पताल लाया गया। हादसा भौंरासा थाना क्षेत्र में हुआ था, इसलिए कोतवाली पुलिस ने जीरो पर मर्ग कायम कर भौंरासा भेज दिया है।
कालापीपल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में थीं पदस्थ
एक माह पहले ही डॉ. अर्पणा दीक्षित ने शाजापुर जिले के कालापीपल में ज्वाइन किया था। महिला के पति आलोक उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर थे और दोनों पति-पत्नी उज्जैन में निवास करते थे। परिजन के मुताबिक अर्पणा ने रीवा से एमस का कोर्स किया था और इंटरशिप के लिए नियमानुसार एक वर्ष तक सेवाएं देने के लिए शाजापुर जिले के कालापीपल में पदस्थ हुई थीं। दोनों पति-पत्नी भोपाल में किसी काम से गए थे और रात में वापस लौटते समय हादसा हो गया।
इतनी दूर आने की क्या जरूरत थी
अर्पणा की मां बिलखती हुई कह रही थी मेरी बिटिया को किसकी नजर लग गई। इतनी दूर आकर काम करने की क्या जरूरत थी, उसे हम घर पर ही पाल लेते। महिला को विलाप करता देख अन्य परिजन की आंखों से भी आंसू रुक नहीं रहे थे। मृतका के भाई के भी बेहाल थे। मृतिका के शव को डॉ. आलोक के परिजन अंतिम संस्कार के लिए सेवड़ा जिला दतिया दोपहर बाद ले गए।
भिंड के न्यायाधीश की थी बहन
डॉ. अर्पणा भिंड न्यायालय में पदस्थ न्यायाधीश शंकरशरण पांडे की सगी बहन थी। जज की बहन की मौत की खबर देवास न्यायालय में लगी तो वहां से कुछ कर्मचारी सहायता करने के लिए मंगलवार सुबह जिला अस्पताल में पहुंच गए थे। इसी तरह उज्जैन डीएसपी ने भी परिजन की मदद के लिए उज्जैन से एएसआई लोकेंद्र व्यास को देवास सुबह से भेज दिया था।