शाजापुर के अधिकांश विद्यालयों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों सहित अनेक पद खाली पड़े हुए है। ऐसे में विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य प्रभावित होता है। वहीं दूसरी ओर आए दिन विभाग के पास शिकायतें आती रहती है कि विद्यालय में शिक्षक नदारद रहते हैं। ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रतिभा पर्व के तहत जो अधिकारी जिले की जिस संस्था में सत्यापनकर्ता अधिकारी के रूप में पहुंचेंगे उनके लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने निर्देश जारी किए हैं। इस निर्देश के पालन में अधिकारी संबंधित संस्था की व्यवस्था को बारिकी से अध्ययन करेंगे। यहां पर शिक्षकों की उपस्थिति, शिक्षकों का शैक्षणिक प्रदर्शन और विद्यार्थियों का अकादमिक कार्य पर विशेष ध्यान देंगे। जारी निर्देश में यह भी कहा गया है कि अपने निरीक्षण का अधिकारी विस्तृत प्रतिवेदन शालावार तैयार करके प्रस्तुत करेंगे। ताकि शैक्षणिक व्यवस्था में कसावट के साथ जिले को उच्च पायदान पर पहुंचाया जा सके।
प्रतिभा पर्व के मूल्यांकन के लिए आब्जर्वर्स बनाएं
प्रतिभा पर्व वर्ष 2019-20 मूल्यांकन अंतर्गत परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आब्जर्वर्स बनाया है। बनाए गए आब्जर्वर्स 12 एवं 13 दिसंबर को मूल्यांकन के दौरान आवंटित शाला में उपस्थित रहेंगे। शाला में परीक्षा संबंधी किसी-भी अव्यवस्था या अराजकता पाए जाने पर प्रपत्र में टिप्पणी अंकित कर वरिष्ठ कार्यालया को अवगत कराएंगे। आब्जर्वर्स समय-सारणी अनुसार शालाएं संचालित हो रही है या नहीं इस संबंध में अपने सुझाव एवं टिप्पणी देंगे। साथ ही मध्याह्न भोजन वितरण की समीक्षा एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत अशासकीय शालाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। कलेक्टर डॉ. रावत ने जनपद पंचायत शाजापुर के लिए 12, मो. बड़ोदिया के लिए 11, शुजालपुर के लिए 9 तथा कालापीपल के लिए 10 अधिकारियों को आब्जर्वर बनाया है।
इनका कहना है
शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिभा पर्व के दौरान स्कूल शिक्षा विभाग सहित जिले के अन्य विभागों के अधिकारी शालाओं का निरीक्षण कर बारिकी से परिक्षण करेंगे। इस निरीक्षण का शालावार जो प्रतिवेदन प्रस्तुत होगा। उसके आधार पर संबंधित संस्था में सुधार कराया जाएगा। जिससे शाजापुर जिले का शैक्षणिक स्तर और ऊंचा उठ सके।
– उदयउपेंद्र भिड़े, जिला शिक्षा अधिकारी-शाजापुर