वैसे तो राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-3 को फोरलेन करने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन जहां पर अभी निर्माण नहीं हुआ है वहां पर लोगों को धूल और गड्ढों के कारण परेशानी उठाना पड़ रही है। शहर के बीच से निकले हाइवे की हालत को बद से ज्यादा बदतर हो चुकी है। दो दिन तक हुई बारिश के कारण हाइवे के गड्ढों में पानी भर गया और सड़क पर कीचड़ मच गया था, लेकिन इसके बाद मौसम खुलने से हाइवे पर धूल के गुबार उडऩे लगे हैं।
हाल ही में हाइवे पर नैनावद के समीप नए पुल का निर्माण किया गया और इस पर टेस्टिंग के बाद वाहनों का आवागमन भी शुरू कर दिया गया। इसके बाद से नैनावद घाटी से वाहनों का आवागमन आसान हो गया, लेकिन रोड का चौड़ीकरण न होने से सनकोटा में जाम की समस्या बरकरार है। सोमवार को एक ट्रक के खराब होने से ही लंबा जाम लग गया। इसके पहले रविवार को सारंगपुर में कालीसिंध नदी के पुल पर जाम लगने के कारण करीब 15 किमी दूर तक वाहनों की लाइन लग गई थी। जाम लगने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी यहां से प्रतिदिन गुजरने वाले यात्री और माल वाहक वाहनों को हो रही है।