script25 लाख की चोरी के मामले में पुलिस की जागी किस्मत | success of Police in case of theft of 2.5 million | Patrika News

25 लाख की चोरी के मामले में पुलिस की जागी किस्मत

locationशाजापुरPublished: May 22, 2019 12:28:10 am

Submitted by:

rishi jaiswal

कर सलाहकार के घर से 25 लाख की चोरी करने वाली गैंग का सरगना दबोचा 25 लाख का माल बरामद, एएसपी बंगले के सामने हुई चोरी का पुलिस ने किया खुलासा

patrika

police,Master Mind,khulasa,

शाजापुर. पुलिस की व्यवस्था पर करीब डेढ़ साल पहले जो दाग लगा था, उसे आखिर मंगलवार को पुलिस ने लगभग साफ कर दिया।एएसपी बंगले के सामने स्थित कर सलाहकार के मकान में करीब 25 लाख रुपए की चोरी हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने पड़ताल करते हुए चोरों की तलाश की। डेढ़ साल की मशक्कत के बाद पुलिस को सफलता मिली और पुलिस ने घर से चोरी हुए माल में से करीब 15 लाख का माल और चोरी की वारदात करने वाली गैंग के मुखिया को दबोच लिया। एक आरोपी वर्तमान में किसी अन्य मामले में उज्जैन जेल में बंद है।वारदात में शामिल 4 अन्य बदमाशों की पुलिस तलाश कर रही है।
शहर के कर सलाहकार स्व. लाभचंद जैन का घर गायत्री मंदिर के पास स्टेशन रोड पर है। इस घर में स्व. जैन की पत्नी आशा जैन अपने एकलौते बेटे फर्नीचर के प्रतिष्ठित व्यापारी नीलेश जैन के साथ सपरिवार निवास करती है। इसी घर से 14-15 सितंबर 2017 की रात करीब 2 बजे अज्ञात बदमाश घर की खिड़की की ग्रिल निकालकर घर में घुस गए थे। बदमाशों ने अलमारी में रखे करीब 25 लाख रुपए के जेवर चोरी कर लिए थे। फरियादी नीलेश जैन ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।घटना की पड़ताल में पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज लगे। इसमें चड्डी-बनियान गिरोह के 6 बमदाश दिखाई दिए, लेकिन रात के समय के फुटेज होने के कारण आरोपियों की शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। एसपी कार्यालय के पीछे स्थित सीसीटीएनएस कंट्रोल रूम में मंगलवार दोपहर एसपी शैलेंद्रसिंह चौहान ने बताया कि अधिकारियों के स्थानांतरण और कार्यों के चलते इस की पड़ताल नहीं हो पा रही थी।
इसके बाद भी आरोपियों को पकडऩे के लिए सीसीटीवी फुटेज तथा साइबर टेक्निक के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग करते हुए टीम को इस कार्य में लगाए रखा। इसका सकारात्मक परिणाम सामने आया और एएसपी रामशरण प्रजापति, एसडीओपी अशोक उपाध्याय के निर्देशन में कोतवाली टीआइ आरडी कानवा व टीम ने सफलता प्राप्त की।
अंतरराज्यीय गिराह था वारदात में शामिल
एसपी चौहान ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि इस घटना को संतोष पारदी (35) पिता श्यामा सोलंकी पारदी निवासी बूढ़े बालाजी गुना व उसकी गैंग ने की है। जो कि अंतरराज्यीय गिरोह है। इसमें संतोष पर हत्या, लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, हत्या का प्रयास सहित पूरे भारत में करीब 25 अपराध दर्ज हैं। वहीं इस पर पहले से ही 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। एसपी ने बताया कि संतोष को 15 मई 2019 को पकड़ा गया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर उसका पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि जैन के घर में उसने साथी ओम प्रकाश (35) पिता भेरू पारदी, अजमल पिता बबम पारदी, सोलन (30) पिता नरेशपारदी, चरण पिता रुस्तम पारदी और सूरज (25) पिता कैलाश पारदी के साथ मिलकर चोरी की थी।
चूल्हे के नीचे जमीन में गाढ़ रखे थे चुराए जेवर
आरोपी संतोष ने पूछताछ में बताया कि उसने चोरी के जेवरात में से स्वयं के पास रखे हुए जेवरात को घर में चूल्हे के नीचे जमीन में गाढ़ कर रखना बताया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी से कुल आधा किलो सोने के खानदानी जेवर जब्त किए। जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपए है। एसपी ने बताया कि प्रकरण के शेष सभी आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के है। इसमें से एक आरोपी अजमल उज्जैन की भैरवगढ़ जेल में बंद है। जिसे पुलिस अभिरक्षा में लेकर अग्रीम कार्रवाई की जाएगी। शेष फरार 4 आरोपियों को पकडऩे के लिए विशेष दस्ता बनाकर लगाया गया है।
गलत जानकारी देकर भटका रहा था अजमल
कुछ समय पहले उज्जैन पुलिस ने एक चोरी के मामले का खुलासा किया था। इस वारदात में अजमल भी शामिल था। पुलिस के अनुसार जब अजमल से शाजापुर में नीलेश जैन के घर चोरी करने की वारदात की जानकारी ली तो उसने पुलिस को गलत जानकारी देकर गरबलाने की कोशिश की। एसपी चौहान ने बताया कि अजमल ने जैन के घर चोरी की वारदात में ऐसे आरोपियों के नाम बताया जो घटना के समय कहीं न कहीं जेल में बंद थे। ऐसे में विशेष सतर्कता बरतते हुए इस मामले में पड़ताल की गई। फिर गिरोह के मुखिया को पकड़ लिया है।
इनका रहा सहयोग
इस सनसनीखेज वारदात के बाद पत्रिका ने लगातार इस मामले को लेकर खबरें प्रकाशित की। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को खुलासा किया। इस कार्रवाई में कोतवाली टीआइ कानवा सहित एसआइ मनीष दुबे, रविता चौधरी, प्रधान आरक्षक हरीश, आरक्षक रामेश्वर, मुकेश, विकास तिवारी, अरशद, अनिल, धर्मेंद्र गुर्जर, शीतल राव, प्रदीप सिकरवार, सुनील, विपिन तोमर का कार्यउल्लेखनीय रहा।

ट्रेंडिंग वीडियो