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बस स्टैंड पर इस कारण यात्रियों पर लटकती है मौत की तलवार

locationशाजापुरPublished: Nov 23, 2018 12:33:35 am

Submitted by:

Lalit Saxena

जिला मुख्यालय पर स्थित मुख्य बस स्टैंड की हालत जर्जर, हजारों यात्री प्रतिदिन करते हैं आवागमन

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शाजापुर. वैसे तो शाजापुर के बस स्टैंड की हालत किसी से छुपी नहीं है, लेकिन यहां की सबसे बड़ी परेशानी जनप्रतिनिधियों का इस पर ध्यान नहीं देना है। प्रतिदिन इस बस स्टैंड से हजारों यात्री यात्रा करते है। ऐसे में जर्जर हो रही बस स्टैंड की छत से आए दिन गिरने वाले प्लास्टर से हमेशा ही लोगों की जान को खतरा बना रहता है। जिला मुख्यालय के सबसे बड़े बस स्टैंड की अनदेखी किसी भी दिन भारी पड़ सकती है।
बस स्टैंड का भवन करीब 50 साल पहले बना था। इसके बाद से यहां पर न सिर्फ दुकानें संचालित होती है, बल्कि शासकीय कार्यालय और लॉज भी यहीं पर संचालित है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों और बड़े शहरों तक बसों से यात्रा करने के लिए हर दिन हजारों यात्री यहां पर पहुंचते है। अल सुबह से रात तक यहां पर खासी चहल-पहल बनी रहती है। ऐसे में यहां पर सभी के लिए बस स्टैंड का जर्जर भवन परेशानी साबित हो रहा है। आए दिन छत से प्लास्टर गिरता रहता है। पूर्व में अनेक बार बस स्टैंड परिसर में संचालित दुकानों में छत से प्लास्टर गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं।
ये परेशानी इस कारण भी ज्यादा गंभीर हो चुकी है क्योंकि बस स्टैंड के भवन की छत तो जर्जर हो रही है, वहीं इसके पिलर भी खराब हो चुके हैं। कई पिलर से तो सरिये भी दिखने लगे है। यदि जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी भी दिन यहां पर बड़ा हादसा हो सकता है।
150 से ज्यादा बसें निकलती हैं स्टैंड से
बस स्टैंड से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की मिलाकर करीब 150 से ज्यादा बसें निकलती है। इसमें से कई बसें यहीं से तैयार होकर रवाना होती है, वहीं कई बसें बाहर से आकर यहां से यात्रियों को लाती ले जाती है। कई बसों के दो-तीन फेरे भी प्रतिदिन होते है। जिला मुख्यालय और राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-3 पर होने के कारण यहां पर हर दिन यात्रियों का खासा दबाव रहता है। ऐसे में बिरले ही यहां पर यात्रियों की संख्या कम होती है। त्योहारी दिनों में तो यहां से निकलने वाली बसों में पैर तक रखने की जगह नहीं होती है।
10 रुपए प्रतिदिन लगता है दखल शुल्क
बस स्टैंड पर आने और जाने वाले प्रत्येक बस से नगर पालिका प्रतिदिन के हिसाब से 10 रुपए का दखल शुल्क वसूलती है। इस शुल्क के बदले में बसों को बस स्टैंड पर खड़े रहने, वाहन धोने की सुविधा मिल जाती है। जानकारी के अनुसार बाहर से आने वाली बसों से शुल्क 20 वसूला जाता है। इस मान से देखा जाए तो प्रतिदिन बस स्टैंड पर आने वाली बसों से ही नपा को करीब 2 हजार रुपए से ज्यादा की आय होती है।
नए बस स्टैंड के लिए बन चुका है प्रस्ताव
नपा के अनुसार बस स्टैंड के जर्जर हो रही भवन को जमींदोज करके नया बस स्टैंड बनाने के लिए प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है। हालांकि इसके निर्माण में कुछ आपत्तियां भी लगाई गई है। जिनका निराकरण होना शेष है। पूर्व में नपा ने यहां के दुकानदारों को दुकानें खाली करने के लिए नोटिस भी दिए थे, लेकिन बाद में आपत्ति आने के बाद कार्रवाईको ठंडे बस्तें में डाल दिया गया।
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