परीक्षा हॉल में सज-धजकर आई दुल्हन
सोमवार को परीक्षा हॉल में उस समय कौतुहल हो गया, जब एक सजी धजी दुल्हन अर्थशास्त्र बीए प्रथम वर्ष का पेपर देने आई। परीक्षा हॉल में बैठे लोगों ने दुल्हन को देखा तो आश्चर्यभरी नजरों से देखने लगे।
चर्चा का विषय बन गई दुल्हन
राजकुमारी विश्वकर्मा पति मनोज विश्वकर्मा का 22 अप्रैल को पचोर सामूहिक विवाह सम्मेलन में विवाह हुआ था। परीक्षा की तारीख भी वही होने के कारण दूल्हा-दुल्हन सज धज कर पं. बालकृष्ण शर्मा नवीन कॉलेज पहुंचे। यहां पर राजकुमारी ने दुल्हन की ड्रेस में ही अर्थशास्त्र का पेपर दिया। नई नवेली दुल्हन जब कॉलेज में परीक्षा देने पहुंची तो चर्चा का विषय बन गई।
हल्दी लगाने से नाराज जीजा ने पर चाकू से किया वार
उज्जैन. विवाह समारोह मेें हल्दी लगाने से नाराज जीजा ने को चाकू मार दिए। घटना के बाद घायल युवक को जिला अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने आरोपी जीजा और उसके साथियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
इंदौर निवासी करण पिता प्यारेलाल चौधरी को इंदौर के ही दीपक पिता कमल बड़ोदिया ने चाकू मारकर घायल कर दिया। करण और दीपक दोनों ही शनिवार रात जीवाजीगंज क्षेत्र में रिश्तेदार की शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हुए थे। इसी दौरान करण और दीपक के बीच हल्दी लगाने की बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद बढऩे पर दीपक ने उसके दो साथियों के साथ मिलकर करण पर चाकू से हमला कर दिया। घटना के बाद करण को जिला अस्पताल ले जाया गया। जीवाजीगंज थाना प्रभारी ओपी मिश्रा ने बताया कि दीपक करण का रिश्ते में जीजा लगता है। दोनों में तत्कालीन विवाद हुआ और बात चाकूबाजी तक पहुंच गई। मामले में दीपक और उसके दो साथियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
घर बसाने में बरसों लग जाते हैं, बिगडऩे में 5 मिनट भी नहीं लगते
शाजापुर. जब शादी की तो उसे निभाना चाहिए। छोटी-मोटी बातों को छोड़ें और अच्छे से जीवन यापन करें। पुरानी सारी बातों को भूल जाओ और नया जीवन शुरू करो। घर को बसाने में बरसों लग जाते हैं, लेकिन बिगडऩे में 5 मिनट भी नहीं लगते। मेरा आशीर्वाद है हमेशा खुश रहो और दोबारा यहां कभी मत आना।
ये समझाइश रविवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत में मक्सी निवासी अमन ने अलग रह रही इंदौर निवासी पत्नी राखी को वापस लाने के लिए कोर्ट में धारा 9 के तहत लगाए समझौता प्रकरण का निराकरण करते हुए विशेष न्यायाधीश संजीवकुमार सरैया ने दी। मक्सी निवासी अमन का विवाह 2016 में इंदौर निवासी राखी से हुआ था। विवाह के करीब एक साल के बाद सास, ननद, देवर और पति पर अच्छा व्यवहार नहीं करने की बात कहते हुए राखी मायके जाकर रहने लगी थी। ऐसे में अमन ने कोर्ट में धारा 9 के तहत पत्नी को वापस लाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। इसका रविवार को नेशनल लोक अदालत में निपाटारा किया गया। कोर्ट रूम से बाहर निकलते ही राखी ने ससुर, सास, ननद सहित अन्य रिश्तेदारों के पैर छुकर आशीर्वाद लिया।
7 साल बाद एक हुए पति-पत्नी
सलसलाई निवासी अंजुम बी का विवाह 2011 में ताजपुर निवासी मोहम्मद सलीम से हुआ था। शादी के बाद अंजुम बी से ससुराल वालों ने 50 हजार रुपए और बाइक की मांग दहेज के रूप में की थी। विवाद के बाद अंजुम बी मायके में आ गई थी और दहेज प्रताडऩा का प्रकरण लगाया था। अभिभाषक जीके सक्सेना ने बताया अंजुम बी और मोहम्मद सलीम का प्रकरण प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजूसिंह की अदालत में प्रस्तुत हुआ था। न्यायाधीश के कहने पर करीब 1 माह पहले अंजुम बी को पति के साथ ससुराल भेजा गया। इसके बाद दोनों के बीच सुलह हो गई और रविवार को नेशनल लोक अदालत में दोनों पति-पत्नी ने मर्जी से साथ रहने की बात कही।
15 मिनट तक हुआ हंगामा
सुनेरा और मक्सी के आसपास के कुछ ग्राम के लोग बिजली कंपनी के अधिकारियों के पास पहुंचे। दरअसल उक्त ग्रामों में कंपनी ने एक साथ करीब आधा दर्जन से ज्यादा प्रकरण बनाए थे। इनके निराकरण के लिए सभी को लोक अदालत में बुलवाया गया था। हितग्राहियों ने पहले तो बिजली कंपनी के अधिकारियों से हुज्जत करना शुरू कर दी। बाद में जोर-जोर से चिल्लाते हुए कहने लगे हम बिल नहीं भरेंगे तो क्या सूली पर लटका दोगे। मामला बढ़ता देख मौजूद पुलिस को अधिकारियों ने बुलवा लिया। 15 मिनट तक चले हंगामे के बाद पुलिस और अधिकारियों ने समझाइश देकर मामले को शांत करवा दिया।
तीन करोड़ से अधिक के अवॉर्ड पारित
शाजापुर सहित शुजालपुर, आगर, सुसनेर व नलखेड़ा न्यायालय परिसर में रविवार को हुई नेशनल लोक अदालत में 425 प्रकरण निराकृत हुए तथा 3 करोड़ 11 लाख 84674 के आवॉर्ड पारित किए गए। 765 व्यक्ति लाभान्वित हुए। कुल 20 बेंच लगाई गई थी। जिला मुख्यालय पर सुबह 10.30 बजे डीजे राजेंद्रप्रसाद शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। न्यायाधीश संजीवकुमार सरैया, इकबाल खान गौरी, दीपक कुमार पांडेय, सुरेंद्रसिंह गुर्जर, संध्या मनोज श्रीवास्तव, आलोकप्रताप सिंह, मंजू सिंह, उषाकांता बैरागी, सरिता चौधरी, दीपा गेहलोत एवं सचिव धर्मपालसिंह सिवाच, जिला विधिक सहायता अधिकारी सुरभि सिंह, अनिल आचार्य उपाध्यक्ष, इंदरसिंह गामी मौजूद थे। आपराधिक, सिविल, विद्युत अधिनियम, श्रम, मोटर दुर्घटना दावा, प्री-लिटीगेशन प्रकरण, निगोशिएबल इस्टूमेंट एक्ट के अंतर्गत चेक बाउंस प्रकरण, भू-अर्जन अधिनियम, कुटुंब न्यायालय आदि के 12397 प्रकरणों को लोक अदालत में निराकरण के लिए रखा गया था। 425 न्यायालयीन प्रकरणों में जिले एवं तहसील में राजीनामा करवाया गया। 3 करोड़ 11 लाख 84674 रुपए के अवॉर्ड राशि वसूली की।