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इस महिला की पहचान बताने के लिए कलेक्टर को करना पड़ा इस भाषा का प्रयोग

locationशाजापुरPublished: Feb 15, 2019 12:48:34 am

Submitted by:

Lalit Saxena

शाजापुर कलेक्टर श्रीकांत बनोठ की मदद से आंध्र प्रदेश की महिला इकरम मुन्नी की पहचान संभव हो सकी है।

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शाजापुर कलेक्टर श्रीकांत बनोठ की मदद से आंध्र प्रदेश की महिला इकरम मुन्नी की पहचान संभव हो सकी है।

शाजापुर. शाजापुर कलेक्टर श्रीकांत बनोठ की मदद से आंध्र प्रदेश की महिला इकरम मुन्नी की पहचान संभव हो सकी है। आंध्र प्रदेश की महिला हिंदी नहीं जानती थी, इसलिए उसकी पहचान होना संभव नहीं हो पा रही थी। बता दें शाजापुर कलेक्टर बनोठ तेलंगाना प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्हें तेलगू आती है, इसलिए उन्होंने महिला से इस भाषा में बात कर उसके परिवार आदि की जानकारी ली।
जिले के वनस्टॉप सेंटर में विगत दिनों एक महिला को भर्ती कराया गया था। महिला हिंदी नहीं जानती थी, इसलिए उससे बात करना और उसकी जानकारी प्राप्त करना मुश्किल हो रहा था। महिला ने जिला महिला सशक्तीकरण अधिकारी नीलम चौहान को एक कागज पर कुछ लिखकर दिया था, लेकिन तेलगू भाषा नहीं आने के कारण समझना मुश्किल था। महिला सशक्तीकरण अधिकारी चौहान ने कलेक्टर को उक्त कागज दिखाया। कलेक्टर बनोठ ने तत्काल लिखावट पहचानते हुए बताया कि यह तेलगू भाषा में लिखा हुआ है। चूंकि जान पहचान के किसी अधिकारी-कर्मचारी या व्यक्ति को तेलगू भाषा नहीं आती है, इसलिए चौहान ने कलेक्टर बनोठ से महिला से बात करने का अनुरोध किया। कलेक्टर ने महिला से बात करते हुए उसके परिवार के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर की मदद से महिला की पहचान संभव हो सकी है। उक्त महिला का नाम इकरम मुन्नी पति सुभाष खां है। वह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के ग्राम पकाला मंडल की रहने वाली है। कलेक्टर ने उक्त महिला को उसके परिवार के पास सुरक्षित भेजने के लिए महिला सशक्तीकरण अधिकारी नीलम चौहान को निर्देशित किया और संबंधित महिला को भी यह आश्वस्त किया कि उसे गृह नगर तक पहुंचाया जाएगा। वनस्टॉप सेंटर प्रभारी महिला सशक्तीकरण अधिकारी द्वारा चित्तूर जिले की पुलिस से संपर्क किया गया है। वे शीघ्र ही महिला के परिवार से संपर्क करेंगे। महिला ने बताया वह रेलवे स्टेशन पर चाय पीने उतरी थी।
शाजापुर. सरस्वती विद्या मंदिर दुपाड़ा रोड पर बच्चों की बहुमुखी प्रतिभा का विकास करने के लिए अंतर विद्यालय क्रिकेट स्पर्धा हुई। राजीव जलखरे मुख्य अतिथि थे। उन्होंने बच्चों से नियमों के अनुरूप प्रतियोगिता में खेलने का आह्वान किया। विभिन्न विद्यालयों के मध्य मुकाबले करवाए गए। सरस्वती विद्या मंदिर ज्योति नगर की टीम ने सरस्वती विद्या मंदिर दुपाड़ा मार्ग की टीम को पराजित किया। सरस्वती विद्या मंदिर आदर्श कॉलोनी ने सविमं शरद नगर को पराजित किया। एक अन्य मैच के दौरान सरस्वती विद्या मंदिर दुपाड़ा मार्ग की नौवीं ने कक्षा 10वीं की टीम को पराजित किया। प्रतियोगिता के दौरान चाय एवं अल्पाहार की व्यवस्था सरस्वती विद्या मंदिर द्वारा की गई। सभी विद्यालय की छात्राओं को अटल टिंकरिंग लैब और उससे होने वाले प्रोजेक्ट कार्यों से अवगत करवाया। 15 फरवरी को फाइनल होगा। साजोद नैनावद, पतोली, लिम्बोदा, मुलीखेड़ा, भदौनी सहित अन्य गांव की टीमों के मध्य मुकाबले खेले जाएंगे। फाइनल मुकाबले के बाद दो श्रेष्ठ विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।

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