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यहां के लोग उधार की बिजली कर रहे अपने घर रोशन

locationशाजापुरPublished: Feb 07, 2019 12:26:43 am

Submitted by:

Lalit Saxena

जिला मुख्यालय पर ग्राम मूलीखेड़ा रोड पर स्थित एक कॉलोनी में दर्जनों मकान तैयार हो चुके हैं। इनमें 4-5 वर्ष से लोग भी रहने लगे हैं।

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जिला मुख्यालय पर ग्राम मूलीखेड़ा रोड पर स्थित एक कॉलोनी में दर्जनों मकान तैयार हो चुके हैं। इनमें 4-5 वर्ष से लोग भी रहने लगे हैं।

शाजापुर. जिला मुख्यालय पर ग्राम मूलीखेड़ा रोड पर स्थित एक कॉलोनी में दर्जनों मकान तैयार हो चुके हैं। इनमें 4-5 वर्ष से लोग भी रहने लगे हैं। इसके बाद भी आज तक लोगों को बिजली का स्थायी कनेक्शन नहीं मिल पाया है। यहां के सभी घरों में अस्थायी कनेक्शन हैं। इसके चलते रहवासियों को प्रतिमाह हजारों रुपए के बिल का भुगतान करना पड़ता है। रहवासियों ने यहां पर बिजली के पोल लगवाकर स्थायी कनेक्शन दिलवाने की बात कही है।
मूलीखेड़ा रोड पर स्थित द्वारिकापुरी कॉलोनी में 5 साल से मकान बनाकर लोग रहने लगे हैं। वैसे तो कॉलोनी में बिजली, सड़क और पानी सभी की जरूरत है, लेकिन रहवासियों के लिए वर्तमान में सबसे बड़ी परेशानी बिजली कनेक्शन की है। कॉलोनी के सभी घरों में अस्थायी कनेक्शन हैं। इससे सभी लोगों को प्रतिमाह हजारों रुपए का बिजली बिल भरना पड़ रहा है। रहवासियों ने इस संबंध में कई जगह पर गुहार भी लगाई, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। ऐसे में बगैर बिजली के पोल और ट्रांसफॉर्मर के कारण यहां पर दूर से अस्थायी कनेक्शन लेकर काम चलाना पड़ रहा है।
अस्थायी कनेक्शन धारियों ने बांट दिए कनेक्शन
इस कॉलोनी की सबसे खास बात यह है कि यहां के रहवासियों में से कुछेक ने कंपनी से अस्थायी कनेक्शन लिए हुए हैं। इनके मीटर कॉलोनी के बाहर सड़क के किनारे लगे बिजली के पोल पर लगे है। इनसे ही कनेक्शनधारियों ने अन्य लोगों को बिजली का कनेक्शन दे दिया है। प्रतिमाह जो भी इस कनेक्शन का जो भी बिल आता है उसे इसके सभी लोगों को मिलाकर देना पड़ता है। ऐसे में यहां के रहवासियों को कभी दो हजार तो कभी 4-5 हजार तक का भी भुगतान करना पड़ता है।
पांच साल से यहां पर रह रहा हूं, आज तक बिजली का स्थायी कनेक्शन नहीं मिला है। कई बार अधिकारियों को भी कहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ऐसे में अस्थायी कनेक्शन से बिजली चलाना मजबूरी है।
मनोज हांडे, रहवासी, द्वारकापुरी कॉलोनी-शाजापुर
हर माह 2-3 हजार रुपए का बिजली बिल आता है, क्योंकि स्थायी कनेक्शन नहीं है। यदि स्थायी कनेक्शन रहे तो बिजली बिल कम आए, लेकिन हमारी कोई नहीं सुनता है। मजबूरी है कि हमें अस्थायी कनेक्शन का ही उपयोग करना पड़ रहा है।
संतोष पाटीदार, रहवासी, द्वारकापुरी कॉलोनी-शाजापुर
जब से इस कॉलोनी में रहना शुरू किया तब से ही लगातार बिजली के कनेक्शन के लिए प्रयास किए। अधिकारियों से मिले, जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई मतलब नहीं निकला। आज भी अस्थायी कनेक्शन के सहारे ही काम चलाना पड़ रहा है।
नरेंद्र मालवीय, रहवासी, द्वारकापुरी कॉलोनी-शाजापुर
जिन लोगों ने अस्थायी कनेक्शन लिए हैं, उन्होंने ही अन्य लोगों को बिजली का कनेक्शन दे रखा है। ऐसे में जो भी बिल आता है उसके बराबर भाग को बांटकर सभी भुगतान करते हैं। स्थायी कनेक्शन मिल जाए तो ये परेशानी ही दूर हो जाए।
मुकेश राणा, रहवासी, द्वारकापुरी कॉलोनी-शाजापुर
कॉलोनाइजर ने विद्युत अधोसंरचना के अनुसार ट्रांसफॉर्मर, पोल नहीं लगवाए, जबकि किसी भी कॉलोनी में विद्युतीकरण करना जरूरी होता है। कॉलोनी में स्थायी कनेक्शन तभी दिए जा सकते हैं जबकि वहां विद्युतीकरण हो सके।
गौरव दुबे, एइ, बिजली कंपनी-शाजापुर

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