समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश में विश्व आदिवासी दिवस पहली बार मनाया जा रहा है, यह सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा संख्या में आदिवासी निवास करते हैं। आदिमकाल से आदिवासी जंगलों में दूर-दराज के क्षेत्रों में बसते हैं, इनकी अपनी संस्कृति और रीतिरिवाज होते हैं। संस्कृति और रीतिरिवाज बचाए रखने और उन्हें मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। जनपद अध्यक्ष मो. बड़ोदिया पंवार ने कहा कि संविधान के कारण ही आदिवासियों को प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका मिला है। प्रदेश में पहली बार आदिवासी दिवस मनाए जाने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। आशुतोष शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहें। प्रयास से ही सफलता मिलती है। आदिवासी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बने और शिक्षा अर्जित करें। इस मौके पर हाल ही में लोकसेवा आयोग मध्यप्रदेश की परीक्षा से सहायक संचालक कोष एवं लेखा के पद पर चयनित हुए आनंदीलाल भिलाला ने भी संबोधित किया। भिलाला ने बताया कि उन्होंने शाजापुर में छात्रावास में रहकर ही अध्ययन किया है और यह उपलब्धि हासिल हुई है।
इसके पूर्व कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए जिला संयोजक निशा मेहरा ने कहा कि आदिवासी संस्कृति को बचाए रखने और बनाए रखने तथा जड़ो को जानने के लिए यह कार्यक्रम मनाया जा रहा है। आदिवासियों की पुरातन काल से ही जल, जंगल, जमीन बचाने की परंपरा रही है और वे जंगलों में ही निवास करते है। इस मौके पर उन्होंने विभागीय योजनाओं की भी जानकारी दी।
छात्राओं ने सामूहिक लोक नृत्य की प्रस्तुती दी
इसके पूर्व अतिथियों ने समारोह का शुभारंभ क्रांतिकारी वीर बिरसा मुंडा एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। समारोह में आदिवासी कन्या छात्रावास की छात्राओं ने सामूहिक लोक नृत्य कु. सोनू सांवले, कु. सपना, कु. मेघा एवं कविता ने एकल रूप से देशभक्ति गीत एवं कविताएं सुनाई। इस अवसर पर विभिन्न परीक्षाओं में 82 प्रतिशत अंक हासिल करने पर पंकज भिलाला, 76.4 प्रतिशत अंक हासिल करने पर सजन सिंह, 75 प्रतिशत अंक हासिल करने पर मेघा सिद्धनाथ, 73 प्रतिशत अंक हासिल करने पर हरिओम, 61.6 प्रतिशत अंक हासिल करने पर सतीश भिलाला, सामाजिक कार्य करने पर कन्हैयालाल एवं मोहनलाल को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। समारोह का संचालन छात्रावास अधीक्षक सीएम पाटीदार ने किया तथा कमलसिंह बोड़ाना ने उपस्थितजनों के प्रति आभार माना।