इस सरकारी फरमान ने जिला अस्पताल के बदल दिए मिजाज
शाजापुरPublished: Jun 03, 2019 11:42:16 pm
बदला ओपीडी का समय, सुबह 9 से शाम 4 बजे तक बैठे रहे डॉक्टर, पहली बार दोपहर १ बजे के बाद भी हुई सोनोग्राफी
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शाजापुर. स्वास्थ्य विभाग के नए आदेश के बाद सोमवार से ओपीडी समय में तब्दीली की गई। सुबह ९ से शाम ४ बजे तक ओपीडी खुली रही। पूरे समय ओपीडी में डॉक्टर मौजूद रहे। दोपहर में इक्का-दुक्का मरीज ही अस्पताल पहुंचे, जिससे डॉक्टर खाली हाथ बैठे रहे। ओपीडी के नए समय को लेकर चिकित्सकों में भी विरोध देखा गया। उन्होंने गर्मी में दोपहर का समय रखना गलत बताया। रविवार के अवकाश के बाद खुली ओपीडी में मरीजों की संख्या औसतन कम रही, लेकिन इस आदेश से गर्भवतियों को अधिक फायदा हुआ। १ बजे के बाद भी उनकी सोनोग्राफी व चेकअप हुआ। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है।
बता दें प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए लोक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के सभी चिकित्सालय में समय परिवर्तन किया है। चिकित्सक सुबह 9 से शाम 4 बजे तक ओपीडी में मरीजों का उपचार करेंगे। पंजीयन दोपहर 3.30 बजे तक किसी भी स्थिति में बंद नहीं किया जाएगा। चिकित्सालयों में अब खून-पेशाब की जांच एवं एक्स-रे की सुविधा के लिए पेथालॉजी लैब भी सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुली रहेगी। सुबह 9 से शाम 4 बजे तक ओपीडी के समय में दोपहर 1.30 से 2.15 तक भोजन अवकाश रहेगा। सामान्य दिनों के साथ रविवार एवं अवकाश दिवसों में जिला एवं सिविल चिकित्सालयों में आपातकालीन ओपीडी 24 घंटे खुली रहेगी। सभी विशेषज्ञ और चिकित्सक सुबह 9 से 11 बजे तक अपने वार्डों में राउण्ड लेंगे। सप्ताह में यदि दो दिन का निरंतर शासकीय अवकाश होता है, तो उसमें से दूसरे अवकाश के दिन नियमित ओपीडी सुबह 9 से 11 बजे तक खुली रहेगी। चिकित्सालयों में निरंतर दो दिन नियमित ओपीडी बंद नहीं रहेगी।
हंगामे नहीं हुए, शाम किया चेकअप
शाजापुर जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों में सबसे अधिक संख्या गर्भवती महिलाओं की रहती है। चेकअप और सोनोग्राफी के लिए सुबह से ही लंबी लाइन अस्पताल में लगती है। लेकिन ओपीडी समय दोपहर १ बजे तक होने पर अनेक महिलाओं को नंबर नहीं आता है। ऐसे में अनेक बार जिला अस्पताल में चेकअप और सोनोग्राफी को लेकर हंगामे भी हुए है। लेकिन अब दिन में ओपीडी समय सुबह ९ से शाम ४ बजे तक होने से गर्भवती महिलाओं को काफी फायदा पहुंचा है। दोपहर १ बजे के बाद भी लाइन में लगी महिलाओ का चेकअप ओपीडी में चलता रहा। वहीं सोनोग्राफी भी होती रही। इसके लिए महिलाओं की लंबी लाइन तीन बजे तक लगी रही।
शाम ६ बजे तक ४८३ मरीज दर्ज किए
ओपीडी समय को चिकित्सक अपने-अपने तरीके से इसे गलत बता रहे हैं।इधर सोमवार को ओपीडी सुबह ९ से शाम ४ बजे तक चलती रही, शाम ६ बजे तक ४८३ मरीज दर्ज किए गए। जबकि रविवार को अवकाश के बाद सोमवार को मरीजों की संख्या औसतन ६०० के करीब पहुंच जाती है। इधर दोपहर को लंच के बाद डॉक्टर ओपीडी में बैठे रहे, लेकिन कुछेक मरीज ही अस्पताल पहुंचे। जिससे डॉक्टर खाली हाथ बैठे रहे।
डॉक्टरों की कमी बन रही परेशानी
शाजापुर जिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है। ४९ डॉक्टरों में मात्र १४ डॉक्टर ही पदस्थ हैं। ऐसे में अस्पताल में २४ घंटे डॉक्टरों की ड्यूटी को लेकर भी परेशानी बनी हुई है। नए आदेश के अनुसार सुबह 8 से दोपहर 2 बजे, दोपहर 2 से रात्रि 8 बजे और रात्रि 8 से सुबह 8 बजे की तीन शिफ्ट रहेगी। रात में दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने की बात कही गई है।लेकिन डॉक्टरों के पद खाली होने से बमुश्किल व्यवस्था कर ड्यूटी कराई जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. एसडी जायसवाल ने बताया कि आदेश के अनुसार ओपीडी का समय परिवर्तन किया है, लेकिन चिकित्सकों की कमी के चलते काफी परेशानी हो रही है।
भर्ती मरीजों के लिए एक बार राउंड
जिला अस्पताल में ओपीडी समय सुबह ८ से दोपहर १ बजे और शाम ५ से ६ बजे तक था। इस स्थिति में डॉक्टर वार्ड में जाकर राउंड लेते थे और भर्ती मरीजों का हाल जानते थे। लेकिन अब नए आदेश के अनुसार सभी विशेषज्ञ और चिकित्सक सुबह 9 से 11 बजे तक अपने वार्डों में राउण्ड लें रहे हैं।ऐसे में भर्ती मरीज को सुबह के समय एक ही बार देखा जा सकेगा। मामले में सिविल सर्जन डॉ. एसडी जायसवाल ने बताया कि पहले डॉक्टर अपने वार्ड का दो बार राउंड लेते थे, अब शाम का राउंड नहीं होगा।
& जो आदेश मिला है उसका पालन किया जा रहा है, सबसे बड़ी समस्या स्टाफ की कमी है। डॉक्टरों की कमी के चलते संचालन मुश्किल हो रहा है। गर्मी दिनों में दोपहर के समय ओपीडी में मरीज कम आते हैं। जांच, सोनोग्राफी आदि का समय बढ़ा है।
डॉ. एसडी जायसवाल, सिविल सर्जन, जिला अस्पाल शाजापुर