scriptआज रात 12 बजे तक शहर की सडक़ों पर घुमेगी राक्षसों की टोली | Tonight till 12 o'clock, a group of monsters will roam the streets of | Patrika News

आज रात 12 बजे तक शहर की सडक़ों पर घुमेगी राक्षसों की टोली

locationशाजापुरPublished: Nov 06, 2019 10:40:02 pm

Submitted by:

Piyush bhawsar

ऐतिहासिक कंस वधोत्सव का आज होगा आयोजन, कार्यक्रम को लेकर पूरी हुई तैयारियां

Tonight till 12 o'clock, a group of monsters will roam the streets of

आज रात 12 बजे तक शहर की सडक़ों पर घुमेगी राक्षसों की टोली

शाजापुर.

कोई अपने खूनी दांतों से डराएगा, तो किसी के पंजे के नाखून में खतरनाक दिखाई देंगेे…कोई अपनी तलवार पर अभिमान जताएगा, तो कोई अपने संवादों से लोगों को रोमांचित करेगा…इनके बीच लगातार राक्षसी अट्टाहस शहर की सडक़ों पर देर शाम से लेकर रात 12 बजे तक गूंजायमान होगा। राक्षसों के हर संवाद का जवाब देवता देंगे। इस आयोजन को देखने के लिए हजारों लोग भी यहां पहुंचेंगे। ये सबकुछ होगा सोमवार को शहर की 266 साल पुरानी परंपरा कंस वधोत्सव के निर्वहन पर।

शहर की ऐतिहासिक कंस वधोत्सव की सभी तैयारियां बुधवार को पूरी हो गई। गुरुवार को शहर की सडक़ों पर राक्षसी अट्टाहास गूंजायमान होगा। देव और दानवों की सेना अपने-अपने रथ पर सवार होकर शहर के भ्रमण पर निकलेगी। इनके साथ बड़ी संख्या में शहरवासी भी शामिल होंगे। कंस वधोत्सव समिति के संयोजक तुलसीराम भावसार ने बताया कि शहर में पिछले 266 साल से लगातार निभाई जा रही परंपरा के तहत इस वर्ष भी कंस वधोत्सव के कार्यक्रम के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी है। भगवान श्रीकृष्ण और उनकी सेना के साथ वाक युद्ध लडऩे वाले कंस के सेनपति और दरबारियों का चल समारोह बालवीर हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आजाद चौक पहुंचेगा। यहां पर भगवान और राक्षसों के बीच जमकर वाकयुद्ध होगा। करीब एक घंटे तक यहां पर वाद-संवाद के बाद चल समारोह पुन: शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सोमवारिया बाजार स्थित कंस चौराहा पर पहुंचेगा। यहां पर दोबारा वाक युद्ध के बाद रात 12 बजे कंस का वध किया जाएगा। इसके वध के पहले भगवान कृष्ण और उनके सखा पुतले का विधिविधान से पूजन करेंगे। इसके बाद पुतले को मंच से नीचे पटक दिया जाएगा। जिसे नीचे पहले से ही तैयार गवली समाजजन लाठियों से पीटते हुए घसीटकर ले जाएंगे।

12 राक्षस, 8 देवता
कंस वधोत्सव समिति के संयोजक भावसार ने बताया कि कंस वधोत्सव को लेकर एक दर्जन राक्षसों की सेना तैयार हो चुकी है। राक्षस की भूमिका अदा करने वालों में अनिल गुप्ता, विलेश व्यास, महेश शर्मा, सतीश शर्मा, नवीन खत्री, राजेश जखड़ी, विशाल देवतवाल, अभय देवतवाल, रोहित दवे अटैक, दिनेश मालवीय, लक्ष्य, पिंट्या प्रजापत आदि रहेंगे। वहीं देवताओं में ऋषभ भट्ट, सौरव भट्ट, राजकुमार पांडे, शुभम सोनी, शिवम सोनी, उद्धव सोनी, 8 वर्षीय रोहिन सोनी, बाबू मेहता सहित अन्य सखा होंगे। कंस वधोत्सव समिति के अजय उदासी, संजय शर्मा, रामचंद्र भावसार, नरेंद्र तिवारी, संतोष जोशी, बंटी कसेरा, धर्मेंद्र प्रजापत, सत्या वात्रे, रिंकू तिवारी, प्रदीप चंद्रवंशी, राजेश परमार, दिलीप सिंदल, आदि व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए है।

मंच पर नाटक करते हुए होंगे संवाद
पिछले कई वर्षों से स्थानीय आजाद चौक में देव और दानवो के बीच वाकयुद्ध के दौरान देवता जहां अपने रथ पर सवार रहते हैं, वहीं राक्षस भी अपने-अपने रथ पर सवार होकर ही संवाद करते है, लेकिन इस बार आयोजनकर्ताओं ने इस क्रम को बदल दिया है। इस बार आजाद चौक में एक मंच अतिथियों के लिए बनाया जाएगा। वहीं एक अन्य मंच भी तैयार किया जाएगा। जिस पर चढक़र राक्षस बने कलाकार नाटक का मंचन करते हुए अपने-अपने संवाद प्रस्तुत करेंगे। इसके अतिरिक्त कुछ राक्षस रथ में सवार होकर निकलेंगे तो कुछ राक्षस मोटर साइकिल से भ्रमण करते हुए शहर की सडक़ों पर गुजरेंगे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो