अकोदिया नगर परिषद के वार्ड क्रमांक-5 ग्राम फूलेन के चौकीदार भागीरथ ने बताया कि उसके परिवार का महेंद्र (28) पिता बलवंतसिंह मालवीय पिछले करीब 7-8 साल से भोपाल में रहकर काम कर रहा था। महेंद्र भोपाल में अपनी पत्नी, दो बेटियों सहित अपनी दादी के साथ रह रहा था। भागीरथ ने बताया कि पूरा परिवार अब्दुल्लागंज में रेलवे पटरी से कुछ दूरी पर एक ओर रहता है। यहां स्थित घर से सोमवार को संपतबाई (70) पति नंदू और पवित्रा (7) पिता महेंद्र प्रवचन सुनने के लिए घर से निकली। सुबह करीब 11 बजे जब ये दोनों एक दूसरे का हाथ पकडक़र पटरी पार कर रहे थे तभी अचानक ये दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। जिस समय ये हादसा हुआ उस समय पटरी के आसपास परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। भागीरथ ने बताया कि वो सुबह शासकीय कार्य से अकोदिया थाने पर पहुंचा था। तभी यहां उसके पास घटना के संबंध में फोन आया। ऐसे में अकोदिया थाना प्रभारी पार्वति गौड़ ने भागीरथ की आर्थिक मदद करते हुए उसे तत्काल भोपाल जाने के लिए भेज दिया। भागीरथ ने बताया कि संपत बाई रिश्ते में उसकी काकी लगती थी। भोपाल में दोनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद रात को ही ग्राम फूलेन लेकर आया गया। दोनों शवों की स्थिति ऐसी नहीं थी कि उन्हें रातभर रखा जाए। ऐसे में रात को ही दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।