गायत्री परिवार से जुडऩे से मिली प्रेरणा
7 मई को परिणय सूत्र में बंधने जा रहे प्रदीप जायसवाल गायत्री शक्तिपीठ में जिला युवा प्रकोष्ठ प्रभारी भी हैं और यहां आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में इनकी भागीदारी रहती है। उन्होंने शादी के कार्ड में मतदान के साथ ही डिस्पोजल का प्रयोग न करने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का संदेश भी दिया है।
फिल्मी गीतों के बजाए गूंजेंगे मां गायत्री के जयकारे
शादियों में इन दिनों महिला संगीत का भी चलन बढ़ गया है, लेकिन जायसवाल परिवार द्वारा महिला संगीत के बजाए दीपयज्ञ का आयोजन किया गया है। प्रदीप जायसवाल ने बताया कि हमारे यहां सभी कार्यक्रम रीति-रिवाज से होंगे और महिला संगीत के बजाए हमारे यहां दीपयज्ञ का आयोजन किया जाएगा। जहां गायत्री परिवार के लोग एकत्रित होकर दीपयज्ञ का आयोजन कर वर-वधु और परिजनों के लिए मां गायत्री से मंगल कामनाएं करेंगे। प्रदीप जायसवाल ने बताया कि जितने लोग समाज सुधार कर सकते हैं यदि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे तो ही हम आगे बढ़ सकेंगे। इसके लिए उन्होंने अपने ससुराल वालों से निवेदन किया कि रात में होने वाली खर्चीली शादी के बजाए दिन में ही लगन कर करें तो ज्यादा बेहतर होगा।