कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर बुधवार को कॉलेज प्रबंधन की ओर से सीएलसी की सूची चस्पा की गई थी। इस सूची को किसी अज्ञात छात्र ने फाड़ दिया। एनएसयूआइ को जब इसकी जानकारी मिली तो एनएसयूआइ ने हंगामा करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। जमकर नारेबाजी करते हुए एनएसयूआइ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्राचार्य कक्ष में पहुंचे और विरोध जताने लगे। एनएसयूआइ के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कॉलेज की सीएलसी की सूची को एबीवीपी ने फाड़ दिया है। ऐसे में संबंधित पर कार्रवाई की जाए। एनएसयूआइ के विरोध के बाद कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. आरकेएस राठौड़ ने एबीवीपी के पदाधिकारियों को बुलवाकर मामले की जानकारी ली। एबीवीपी के सदस्यों ने बताया कि उनके संगठन के किसी भी छात्र ने सीएलसी की सूची को नहीं फाड़ा है। वो भी अपने स्तर से इसकी जांच कराएंगे कि ये सूची किसने फाड़ी है।
नहीं दिखे सीसीटीवी फूटेज
मामले को बढ़ता देख कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरों में सूची फाडऩे वाले को देखने का प्रयास किया, लेकिन बिजली बंद होने के कारण सूची फाडऩे वाला कैमरे में कैद नहीं हुआ। इस मामले में एनएसयूआइ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि आगे से इस तरह का कोई भी कृत्य हुआ तो एनएसयूआइ उग्र प्रदर्शन करेगी। मामले में प्रभारी प्राचार्य डॉ. राठौड़ ने दोनों छात्र संगठनों को समझाइश दी। साथ ही सूची फाडऩे वाले की जानकारी जुटाकर उसे चेतावनी देने की बात भी कही। करीब आधे घंटे चले हंगामे के बाद मामला शांत हो पाया।