आसमां पर लड़े खुशियों के पेच, डीजे पर जमकर थिरके युवा
शाजापुरPublished: Jan 14, 2019 11:39:11 pm
पतंगों से आसमान हुआ रंगीन, चौक बाजार में गायों को चारा खिलाया, दिनभर दान-पुण्य का दौर चलता रहा, आज भी मनाया जाएगा मकर संक्रांति का पर्व
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शाजापुर. सुबह के नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक लोगों की जुबां पर बस एक ही नाम था पतंग.. पतंग… और पतंग…। कोई डीजे की धुन पर दोस्तों के साथ तो परिजनों के साथ पतंगबाजी में अपना हुनर दिखा रहा था। ये नजारा शहर में मकर संक्रांति पर रहा। सोमवार को मकर संक्रांति पर पतंगबाजी का वो नजारा दिखाई दिया जो हर किसी को याद रहेगा। सुबह से ही उत्साह की डोर लिए लोगों ने खुशियों की पतंग से आकाश का अंतिम छोर नाप लिया। दिन भर चली आकाशीय जंग के दौरान सारा वातावरण काटा है… की आवाज से गूंज उठा। वहीं इन सब के बीच दिनभर दान-पुण्य का दौर भी चलता रहा। हालांकि शहर में मंगलवार को भी मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा।
मकर संक्रांति पर माहौल लोगों की इच्छा के अनुरूप ही था। सुबह छत पर पहुंचते ही पिछले दो-तीन दिनों से तैयारी कर रहे लोगों की तो जैसे बांछे खिल उठी। दोस्तों और परिवार के साथ पतंगबाजी में हर किसी ने आजमाइश की। बस फिर क्या था, शुरू हो गया डोर और पतंग के साथ आसमान में कलाबाजी दिखाने का दौर। आदर्श वातावरण के बीच पतंगबाजी को लेकर जो उत्साह बच्चों में था वो ही युवाओं में दिखाई दिया। साथ ही दोपहर को युवतियां और महिलाएं भी घर से कामकाज निपटाकर छत पर नजर आई। शहर भर में छतों से डीजे की धुन के बीच काटा है की आवाज सुनाई दे रही थी। पतंगबाजी का दौर सुबह से शुरू हुआ तो देर शाम तक चलता रहा।
गिल्ली डंडा भी खेला, आतिशबाजी भी हुई
मकर संक्रांति पर्व पर कुछ लोगों ने पतंगबाजी की जगह गिल्ली-डंडे का भी मजा लिया। मकर संक्रांति पर्व को देखते शहर में ज्यादातर दुकाने बंद रही और सभी ने परिवार के साथ इस दिन को इंजॉय किया। पतंगबाजी के साथ ही गिल्ली डंडा के आयोजन भी हुए। जिसमें युवतियों ने स्टेडियम ग्रांउड पर गिल्ली डंडा खेला। इसी तरह शाम के समय कुछ स्थानों पर लोगों ने घर की छत पर ही आतिशबाजी की। जो रात तक चलती रही। अंधेरा होने पर पतंगबाजी बंद कर अनेक युवा छत पर आतिशबाजी करते नजर आए।
चौक बाजार में गायों की खिलाई हरी घास : मकर संक्रांति पर प्रतिवर्ष चौक बाजार में गोवंशों को घास खिलाने की परंपरा है। सोमवार को मकर संक्रांति के पर्वपर गो-पूजन किया गया। साथ ही उन्हें तिल-गुड़ खिलाते हुए चारा भी खिलाया। आजाद चौक में अनेक गोवंश एकत्र हो गए। जिन्हें घास खिलाई गई। मकर संक्रांति को लेकर दान-पुण्य भी किया गया।
पतंग से किया राधा-श्रीकृष्ण का शृंगार
मकर संक्रांति के अवसर पर शहर के वजीरपुरा स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में भगवान का आकर्षक शृंगार किया गया। यहां पर पूरे मंदिर को पतंगों से आकर्षक रूप से सजाया गया। रंग-बिरंगी और तरह-तरह की पतंगों से सजे मंदिर में दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।