पकड़ा गया बदमाश शामली जिले के कैराना का रहने वाला है और वह एमपी के इंदौर से हथियार लेकर समता एक्सप्रेस 12807 से रविवार की शाम निजामुद्दीन जा रहा था। वहीं सूचना के आधार पर जीआरपी ने प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन की चेकिंग के दौरान इसे गिरफ्तार किया। वहीं सोमवार को उसे कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने पांच दिन की रिमांड पर लिया है।
जानकारी के मुताबिक जीआरपी ने जब ट्रेन की चैकिंग ली तो उन्हें शोएब के पास से एक बैग मिला। जिसमें उसने कपड़ों में बीच में 32 बोर की नौ पिस्टल और मैगजीन का जखीरा छिपाकर रखी थी। वहीं इसका दूसरा साथी आरिफ ट्रेन के दूसरे डिब्बे में था जो अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है। वह भी कैराना का ही रहने वाला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ ने आरोपी ने जानकारी दी है कि इससे पहले भी वह तीन चार बार हथियारों की सप्लाई कर चुका है और उसे सप्लाई के 22 से 25 हजार रुपए मिलते हैं। वहीं स्थानीय पुलिस ने पकड़े गए आरोपी के घर पर पहुंचकर कुंडली खंगाली। जबकि फरार आरोपी की तलाश में भी दबिश दी जा रही है।
सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था शोएब पकड़े गए आरोपी शोएब के पिता ने बताया कि वह सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था और उसने फिजिकल से पहले सर्जरी करने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि शोएब घर कह कर गया था कि वह अपने भर्ती के लिए कागज लेने जा रहा है। हमें भी सोशल मीडिया के जरिए पता लगा है कि शोएब इस तरह पकड़ा गया है। गांव वालों से भी पूछा जा सकता है कि वह बहुत सीधा है और उस पर पहले कोई ऐसा मामला नहीं रहा है। उसे किसी ने फंसाया है और उसके बैग में किसी ने पकड़ा गया सामान रखा होगा।
पहले भी कई मामले आ चुके सामने गौरतलब है कि इससे पहले भी कैराना के कई ऐसे ही मामले सामने आ चुके हैं। कुछ समय पहले ही कैराना के गांव पंजीठ के रहने वाले मुलतानी नामक व्यक्ति और उसके सम्धी को हथियारों की बड़ी खेप के साथ भारत के अटारी बॉर्डर पर पकड़ा गया था। वहीं दिल्ली से भी कैराना के ददहडी खुर्द गांव के एक व्यक्ति को दिल्ली से हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था। कैराना के कई लोग हथियार तस्करी और नकली करेंसी के मामले में जेलों के अंदर भी बंद है। इसके अलावा इकबाल काना और हमीदा नकली करेंसी को लेकर एक मामला भी काफी चर्चा में रहा था।