दरअसल, वारदात शामली थाना क्षेत्र के गांव सोंहजनी उमरपुर की है। जहां 2 दिन पूर्व मुसरत नाम की युवती का शव गांव के ही आस मोहम्मद के खेत में अधजली हालत में पड़ा मिला था। ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिस ने खेत से शव को कब्जे में लेकर उसकी शिनाख्त कराई, लेकिन शिनाख्त नहीं होने पर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस पूरे घटना की जांच पड़ताल के बाद आज सोमवार को जिले के पुलिस कप्तान अजय कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि खेत से मिला अधजला शव गांव की ही युवती मुसरत का था। मुसरत का चाल-चलन अच्छा नहीं था। इसको लेकर उसके पिता और भाई काफी समय से उसे समझा रहे थे, लेकिन वह उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी।
गांव में हो रही बेइज्जती के कारण मुसरत के पिता उसका रिश्ता करना चाहते थे, लेकिन उसका रिश्ता नहीं हो पा रहा था। इस बात से आहत मुसरत के पिता शमशेर अली और उसके भाई इजराइल ने एक माह पूर्व मुसरत की हत्या की योजना बनाई। योजना के तहत वे 22 मार्च की रात करीब 3 बजे मुसरत को एक खेत में ले गए। जहां उन्होंने मुसरत का गला दबाकर हत्या कर दी और हत्या के बाद उसके शव को वहीं भूसे के कूप में डालकर आग लगा दी। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दोनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।