नवंबर 2019 में बदायूं के उपकोषागार में स्टांप बिक्र्री के दौरान करीब 5 करोड़ के गबन का मामला सामने आया था। इस मामले में उपकोषागार के खजांची हरिश यादव व अकांउटेंट के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर हरिश यादव को गिरफतार किया गया था। 22 सितम्बर 2015 से 13 सितंबर 2016 तक कैराना में तैनात रहे तहसीलदार रनबीर सिंह भी बदायू में तैनात थे। इसी मामले में उनके खिलाफ विभागीय जांच की जा रही थी। 6 जुन 2018 को कैराना तहसीलदार रनबीर सिंह की कैराना में तहसीलदार पद पर तैनाती मिली। तहसीलदार रनबीर सिंह को कैराना से हटा कर बरेली कमिश्नर कार्यालय से अटैच कर दिया गया है।
वहीं, प्रवीण कुमार को कैराना तहसीलदार पद पर भेजा गया है। एसडीएम मणि अरोड़ा ने बताया कि बरेली कमिश्नर का कार्यालय से अटैच किया गया है। डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि 5 करोड के गबन के मामले में जांच की जा रही है। जिसके चलते बदायूं में पोस्टिंग होने के कारण तहसीलदार रनबीर को सस्पेंड करके बरेली अटैच किया गया है। साथ ही उनके विरूद्ध जांच चल रही है।